जब देवताओं ने विक्रमादित्य को सपने में स्वर्ग आने का निमंत्रण भेजा और उन्होंने स्वर्ग तक की यात्रा की
स्वर्ण सिंहासन की अट्ठाईसवीं पुतली का नाम वैदेही था और उसने राजा भोज को आगे बढ़ने से रोक कर उनसे विक्रमादित्य की कथा इस प्रकार कही “एक बार राजा विक्रमादित्य अपने शयन कक्ष में गहरी निद्रा में लीन थे । …