मानवेतर योनियों में भटकाव
मनुष्य जीवन रहस्यों से भरा है | और इसमें सबसे रहस्यमय है मानव मन जो हमें, हमारी चेतना के विस्तार की असीम संभावनायें प्रदान करता है | लेकिन वही मन, कई बार हमारे द्वारा किये जाने वाले रहस्यमय व्यवहार के …
मनुष्य जीवन रहस्यों से भरा है | और इसमें सबसे रहस्यमय है मानव मन जो हमें, हमारी चेतना के विस्तार की असीम संभावनायें प्रदान करता है | लेकिन वही मन, कई बार हमारे द्वारा किये जाने वाले रहस्यमय व्यवहार के …
प्रसिद्ध जापानी कम्पनी, फूजी टेलीविजन नेटवर्क इनकारपोरेशन के डायरेक्टर्स का ग्रुप भारत आया हुआ था | ये बात हो रही है सन 1968 की है | जापानी कम्पनी, फूजी उस समय अपने उत्कर्ष पर थी | यहाँ जब उन्हें पता …
जिस अमेरिका को हम सब आज जानते हैं, वो वास्तव में एक बड़ी ही रहस्यमय जगह है | अनोखे शिला-चित्र, अद्भुत प्राचीन निर्माण और परग्रही उड़नतश्तरियों के एक से बढ़कर एक हैरत अंगेज़ नज़ारे अपने आप में इस बात के …
ब्रह्माण्ड और प्रति-ब्रह्माण्ड “तुम लोगों ने शास्त्रों में जिन विद्याओं के नाम मात्र सुने हैं, वे तथा उनके अतिरिक्त और भी न मालूम कितनी और हैं ?” इसी प्रकार बातें होते-होते शाम हो चली थी | पास में ही घड़ी …
बचपन से हम ‘पारस पत्थर’ की कहानियाँ सुनते चले आएं हैं कि इस जादुई पत्थर में लोहे को सोने में बदल देने की ताक़त थी | ये बात और है कि न तो हम में से किसी ने पारस पत्थर …
महर्षि चित्र ने अपने गुरुकुल में यज्ञ-आयोजित किया था । ऋत्विक् के लिये उन्होंने महर्षि उद्दालक को आमंत्रित किया लेकिन उद्दालक कुछ समय के लिये समाधि लेकर अन्तरिक्ष के कुछ रहस्यों का अध्ययन करना चाहते थे इसलिये उन्होंने अपने पुत्र …
उस मकान को किराए पर लेने के लिए आये व्यक्ति ने सोचा, मकान तो बहुत बढ़िया दीख रहा है,..यहाँ बहुत अच्छा रहेगा रहना, और नहीं होगा तो यह मकान खरीद ही लूँगा । इन्हीं कल्पनाओं में खोया हुआ किरायेदार विलियम …
ज़िन्दगी में कभी न कभी ऐसा समय ज़रूर आता है जब मनुष्य हर तरफ से हार मान जाता है | लेकिन उस समय भी उसे परमेश्वर पर विश्वास होता है | एड्स, कैंसर आदि जैसी कठिन बीमारियों या भयंकर एक्सीडेंट …
लालच और…सोना…, काश कि इन दोनों में से कोई एक चीज़ इस दुनिया में न होती तो ये दुनिया इतनी बुरी भी नहीं थी | कभी-कभी इन दोनों का साथ भयंकर घटनाओं को जन्म देता है और इनकी कहानियाँ,….ठंडी, शांत …
मृत्यु के बाद जब जीवात्मा इस भौतिक शरीर को छोड़ता है तो वह “आतिवाहिक देह” ग्रहण करता है | इस आतिवाहिक देह से ही वह आगे की यात्रा करता है फिर यथा समय भोग देह प्राप्त करता है | हमारे …