जीव, प्रकृति और ब्रह्म के रहस्य
आरम्भ से ही मनुष्य जिज्ञासु प्रवृत्ति का रहा है | अज्ञात, अदृश्य, अनागत को जानने की उत्कट अभिलाषा, उनका विज्ञान समझने की प्रबल इच्छा आज मनुष्य को समय के उस दौर में ले कर आई है जहाँ से उसके लिए …
आरम्भ से ही मनुष्य जिज्ञासु प्रवृत्ति का रहा है | अज्ञात, अदृश्य, अनागत को जानने की उत्कट अभिलाषा, उनका विज्ञान समझने की प्रबल इच्छा आज मनुष्य को समय के उस दौर में ले कर आई है जहाँ से उसके लिए …
ये घटना २१ अक्टूबर १९७८ की है | बीस वर्षीय फ्रेडरिक वेलेंटिच (Fredrick Valentich) ने सेसना-182 (Cessna-182) नामक विमान से अपनी नियमित प्रशिक्षण उड़ान भरी | फ्रेडरिक कोई नौसिखिया पायलट नहीं था | उसे लगभग 150 घंटे की उडान का …
अपने गौरव शाली अतीत के लिए प्रसिद्ध राजस्थान, रहस्य-प्रेमियों के लिए भी किसी ज़न्नत से कम नहीं है | वास्तव में यहाँ बहुत सी आश्चर्यजनक और ऐतिहासिक घटनाएं बिखरी पड़ी हैं | ऐसा लगता है जैसे यहाँ का हर शहर …
आधुनिक दुनिया में प्रेतों के अस्तित्व को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं | ‘तथाकथित’ बुद्धिजीवी और आधुनिक रहन-सहन के तौर-तरीकों को पसंद करने वाले लोग सामान्यतः इनके अस्तित्व को नकारते हैं और कभी-कभी अपने प्रिय लोगों के बीच …
किसी का खज़ाना जब लोक कहावत बन जाए तो ये सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि उस खज़ाने में कितना धन रहा होगा | भारत में ये कहावत फ़ारसी भाषा से आई है | कहते है की राजा …
आज के मनुष्य की समस्त प्रकार की समस्याओं एवं कष्टों का मुख्य कारण इस बात में विश्वास करना है कि कुल मिलाकर जो कुछ है बस यही जीवन है जो भी सुख भोगना है, पैसा कमाना है, नाम कमाना है, …
किसी समय डरावने किस्से-कहानियों के मुख्य पात्र भूत, प्रेत, पिशाच, बैताल आदि ही हुआ करते थे | समय बदला, पात्र बदले और दन्त-कथाओं, लोक-कथाओं एवं आज की आधुनिक फ़िल्मों से होता हुआ इन पात्रों का व्यवहार भी बदला | मानवीय …
अधिकतर लोग इस प्रश्न के उत्तर में ये तर्क देंगे कि जब उस जमाने को हमने देखा नहीं, जाना नहीं, अनुभव नहीं किया तो हम कैसे मान ले कि ऐसा होता था या ऐसा हुआ था | ऐसे लोगों का …
दुर्भाग्य, बदनसीबी…एक ऐसा शब्द है कि जब पीछे लग जाता है तो कभी-कभी जान ले लेने के बाद भी नहीं छोड़ता ! ऐसा ही दुर्भाग्य पीछे पड़ा था सम्राट हेनरी अष्टम (Hennery VIII) की दूसरी पत्नी रानी एनी बोलेन (Anne …
किसी ज़माने में पाटलिपुत्र के नाम से प्रसिद्ध क्षेत्र का पटना आज मुख्य शहर है | नन्द वंश और मौर्य वंश के शासन काल में न केवल ये मगध की, बल्कि पूरे देश की आर्थिक और सांस्कृतिक राजधानी रहा है …