मार्क ट्वेन के भयावह सपने का रहस्य
सपने भी बड़े अजीब होते हैं | खूबसूरत सपने तो सच होते नहीं लेकिन भयावह सपने हमेशा सशंकित किये रहते हैं कि कहीं यह सपना सच ना हो जाए (भले ही वो पूरी ज़िन्दगी में कभी सच ना हों) | …
रहस्य
सपने भी बड़े अजीब होते हैं | खूबसूरत सपने तो सच होते नहीं लेकिन भयावह सपने हमेशा सशंकित किये रहते हैं कि कहीं यह सपना सच ना हो जाए (भले ही वो पूरी ज़िन्दगी में कभी सच ना हों) | …
इस दुनिया में सबसे बड़ा कष्ट है ‘मृत्यु’ ! किसी के लिए स्वयं की मृत्यु और किसी के लिए अपने किसी ‘प्राणों से भी अधिक प्रिय’ की मृत्यु | उसका सबसे बड़ा कारण है मृत्यु को ही अंत मान लेना …
मिस्टर मिगोलन स्वीडन में होलैंड के एम्बेसडर थे | एक अच्छे ओहदे वाली नौकरी और सुन्दर सुशील पत्नी के साथ फर्स्ट क्लास की सुविधाओं वाला जीवन जी रहे थे मिस्टर मिगोलन | किसी समय बुरे दिन देखने वाले मिगोलन ने …
फ्रेडरिक मायेर्स (Fredric W. H. Myers), इंग्लैंड की साईंकिकल रिसर्च सोसाइटी के संस्थापकों में से एक थे | उन्होंने परामनोविज्ञान पर काफी शोध किया, विशेष रूप से ‘अवचेतन मन, इसकी कार्यविधि तथा संभावनाओं’ पर कार्य किया | यद्यपि मुख्य धारा …
ये प्रश्न बड़ा ही गूढ़ है, लेकिन इसका निश्चित उत्तर (Ultimate Answer) हाँ है | किसी भी तकनीकि विस्तार में जाने की बजाय सीधे घटना पर चलते हैं | प्रस्तुत घटना हिंदी समाचार पत्र ‘हिंदुस्तान’ के दिल्ली के संस्करण में …
मनुष्य सामान्य रूप से दिन में छह से आठ घंटे सोता है जो उसके दैनिक जीवन के क्रिया-कलाप के लिए अति आवश्यक है | हिन्दू धर्म-ग्रंथों में प्राचीन ऋषि-मुनि योगनिद्रा की बात करते हैं जिसमे मनुष्य अपनी समस्त प्रकार की …
संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य पश्चिम में स्थित आइओवा नगर की घटना है ये | एक दिन वहां रहने वाले एक किसान मिस्टर ‘मिकाइल कोन ले ‘ की मृत्यु हो गई। वास्तव में मिकाइल बड़ा धन से सम्पन्न व्यक्ति था …
यह घटना मैनचेस्टर, इंग्लैंड की है | काफी समय पहले की बात है मैनचेस्टर के एक दंपत्ति के दो लड़के खो गये। हर जगह ढूँढा गया, पुलिस में भी शिकायत की गयी लेकिन बहुत पता लगाने पर भी पुलिस उन्हें …
हमारे यहाँ एक प्रसिद्ध कहावत है ‘मुई खाल की श्वांस सो, सार भस्म हो जाय’ अर्थात कभी किसी निरीह, निर्दोष असहाय को नहीं सताना चाहिए अन्यथा उसके श्राप से आपका सब कुछ नष्ट हो सकता | इस कहावत को चरितार्थ …
प्रसिद्ध विद्वान रेने देकार्ते का जीवन कई पैरानोर्मल घटनाओं का साक्षी रहा है | आज से करीब 350 वर्ष पूर्व हुए प्रसिद्ध फ्राँसीसी दार्शनिक रेने देकार्ते ने अपना जीवन सेना में नौकरी से आरम्भ किया था। बहुत दिनोँ तक वह …