फिर वो कभी नहीं सोया
मनुष्य सामान्य रूप से दिन में छह से आठ घंटे सोता है जो उसके दैनिक जीवन के क्रिया-कलाप के लिए अति आवश्यक है | हिन्दू धर्म-ग्रंथों में प्राचीन ऋषि-मुनि योगनिद्रा की बात करते हैं जिसमे मनुष्य अपनी समस्त प्रकार की …
मनुष्य सामान्य रूप से दिन में छह से आठ घंटे सोता है जो उसके दैनिक जीवन के क्रिया-कलाप के लिए अति आवश्यक है | हिन्दू धर्म-ग्रंथों में प्राचीन ऋषि-मुनि योगनिद्रा की बात करते हैं जिसमे मनुष्य अपनी समस्त प्रकार की …
वो दिन था 9 फ़रवरी, सन 1855 का जब शीतलहर ने लगभग पूरे यूरोप को अपने क्रूर पंजे में दबोच रखा था | विशेष रूप से ब्रिटेन की हालत ज्यादे ख़राब थी | अत्यधिक बर्फ गिरने से, बर्फ की एक मोटी …
आज के आधुनिक ब्रह्माण्ड विज्ञान की नींव डाली महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) ने और उनका भरपूर साथ दिया मैक्स प्लांक (Max Plank), श्रोडिन्गर (Schrodinger), पॉल डिराक (Paul Dirac) आदि वैज्ञानिकों ने | आइंस्टीन के सापेक्षिकता के सिद्धांत (Theory …
ज़िन्दगी में कुछ घटनाएं (विशेष तौर पर दुखद घटनाएं) ऐसी घटती हैं मानो वो पत्थर की लकीर हों आप कुछ भी कर लें उनसे बचने के लिए लेकिन वो हो कर ही रहती हैं | घटना हो जाने के बाद …
मृत्यु के दरवाज़े तक जा कर लौटने वाले अनेकों व्यक्तियों की घटनाओं पर दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया है। 1970 में अमेरिका में इसी पैरानोर्मल विषय पर अध्ययन करने के लिए एक संस्था बनाई गई जिसका नाम था …
किसी समय रोमन साम्राज्य दुनिया के सबसे शक्तिशाली राज्यों में से एक हुआ करता था | दुनिया के उन सभी क्षेत्रों में, जो कभी रोमन साम्राज्य के शासनाधिकार में आते थे, रोमन सभ्यता के अवशेष बिखरे पड़े हैं | इन्ही …
इस दुनिया में जिसने भी जन्म लिया है उसका मरना तय है | इसलिए इस मरणधर्मा शरीर का अभिमान व्यर्थ है | लेकिन इस दुनिया में ऐसे भी महापुरुष पैदा हुए जिन्होंने अपने अंत समय में, रहस्य के आवरण को …
सनातन धर्म और संस्कृति अत्यंत विलक्षण है | इसके सिद्धांत पूर्णतः वैज्ञानिक हैं और इसका उद्देश्य सभी का कल्याण करना है | यद्यपि एक लम्बे काल तक विदेशी क्रूर अक्रान्ताओ के आक्रमण और उनसे उत्पन्न हुए दुष्प्रभावों के साथ-साथ, बढ़ते …
हजारों वर्षों से शीबा की रानी का अस्तित्व रहस्य के घेरे में रहा है | इसका ज़िक्र बाइबिल के ओल्ड टेस्टामेंट में, ‘राजाओं की प्रथम पुस्तक’ में आया है | इस पुस्तक के अनुसार ईसा से लगभग एक हज़ार वर्ष …
आरम्भ से ही मनुष्य जिज्ञासु प्रवृत्ति का रहा है | अज्ञात, अदृश्य, अनागत को जानने की उत्कट अभिलाषा, उनका विज्ञान समझने की प्रबल इच्छा आज मनुष्य को समय के उस दौर में ले कर आई है जहाँ से उसके लिए …