हठयोग के यम, नियम और आसन क्या हैं ?
हठयोग के प्रणेता भगवान शिव हैं | भगवान शिव के अनुसार राजयोग सर्वोत्तम है और एक सिद्ध राजयोगी बनने के लिए हठयोग सीढ़ी के समान है | यद्यपि कहीं-कहीं यह भी कहा गया है कि यह दोनों अन्योनाश्रित है अर्थात …
हठयोग के प्रणेता भगवान शिव हैं | भगवान शिव के अनुसार राजयोग सर्वोत्तम है और एक सिद्ध राजयोगी बनने के लिए हठयोग सीढ़ी के समान है | यद्यपि कहीं-कहीं यह भी कहा गया है कि यह दोनों अन्योनाश्रित है अर्थात …
उसका नाम एरिगो था | एरीगो का जन्म 18 अक्टूबर सन् 1921 को, ब्राजील के एक छोटे से गाँव में हुआ था । जन्म साधारण मिला था लेकिन बचपन से ही उसे विचित्र एवं रहस्यमय अनुभूतियाँ होने लगी थीं | …
तंत्रशास्त्र के प्रधान रूप से तीन भेद हैं-आगम, यामल और तंत्र | वाराही तंत्र के मतानुसार सृष्टि, प्रलय, देवताओं की पूजा, सब का साधन और मन्त्रों के पुरश्चरण तथा पट्कर्म साधन और चार प्रकार के ध्यानयोग, जिसमें यह सात प्रकार …
प्राचीन समय में देवब्राह्मण नियंक नाम का एक प्रसिद्ध जुआरी हुआ करता था | वह छल-कपट में माहिर, दुर्व्यसनी, महापापी तथा व्यभिचार आदि महादुर्गुणों से भी दूषित था | माता-पिता तथा वृद्धजनों का भी सम्मान करना उसने छोड़ दिया था …
पुराणों में देवर्षि नारद जी से सम्बंधित ढेरों आख्यान हैं | इसी से पता चलता है कि प्राचीन धार्मिक एवं सांस्कृतिक ग्रंथों में इनका कितना अधिक महत्व है | भगवान विष्णु के अनन्य भक्त देवर्षि नारद जी पूरे ब्रह्माण्ड में …
वाइकिंग्स (Vikings), स्कैंडिनेविया (Scandinavia) के समुद्री लुटेरे, कौन नहीं जानता इन्हें | प्राचीन अभिलेख हों या आधुनिक जगत की फिल्मे हर जगह आपको इनसे सम्बंधित तथ्य मिल जायेंगे | लेकिन वाइकिंग्स पर बनने वाली आधुनिक फिल्मो को मिलने वाली सफलता …
उन्नीसवीं शताब्दी के अंत में जेम्स बर्टली अचानक से चर्चा में आ गया | अखबारों के हेडलाइंस उसी की ख़बरों से रंगी हुई थी | बात ही कुछ ऐसी थी, लगभग डेढ़ दिन तक व्हेल मछली के पेट में रहने …
प्राचीन यूनानी द्वीप समूह का सबसे बड़ा और घना द्वीप है क्रीट (Crete) | यह भूमध्य सागर के द्वीपों, सिसिली (Sicily), सार्डिनीया (Sardinia), सायप्रस (Cyprus), और कॉर्सिका (Corsica) के बाद पांचवां सबसे बड़ा द्वीप है | असल में कई सारे …
भारतीय जनमानस आज भी रामराज्य को महानतम साम्राज्य और उपमा रहित मानता है | आज भी अगर कहीं सर्वत्र खुशहाली और चैन की बंशी बजाने की उपमा देनी हो तो उसकी तुलना रामराज्य से की जाती है | किसी राज्य …
भारतीय पौराणिक ग्रंथों में बहुत सारे अंश प्रक्षिप्त हैं | उन्हें बाद के समयों में अर्थलोलुप और परान्न्भोजी विद्वानों ने कुटिलता पूर्वक (कही-कहीं कथा के रूप में) अलग से लिखा है | इससे धर्म की महती हानि हुई है | …