लॉकडाउन का भगवान
बरेली के सुभाष नगर में एक परिवार किराये पर रहता था। परिवार में पति-पत्नी और दो बच्चे थे। परिवार का मुखिया गोवर्धन एक रिक्शा चालक था। वह ऑटो रिक्शा चलाकर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करता था। लेकिन …
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बरेली के सुभाष नगर में एक परिवार किराये पर रहता था। परिवार में पति-पत्नी और दो बच्चे थे। परिवार का मुखिया गोवर्धन एक रिक्शा चालक था। वह ऑटो रिक्शा चलाकर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करता था। लेकिन …
आपने सास-बहू के रिश्ते पर आधारित टी.वी. सीरियल तो बहुत देखे होंगे लेकिन आज हम आपको ऐसे मंदिर से परिचित करा रहे हैं जो सास बहू के नाम से प्रसिद्ध है। आप यह सोंचते होंगे कि सास बहु के नाम …
भारतीय धार्मिक इतिहास में अवतारवाद के एक विशिष्ट सिद्धांत ने भारतीयों को एक विशिष्ट जीवन-शक्ति तथा आशावादिता भी प्रदान की, जिसके कारण वे विभिन्न संकटों तथा विपत्तियो को यह विश्वास रखते हुए झेल सकें कि वर्तमान विपत्ति की घड़ी कुछ …
स्कन्द पुराण के अनुसार सत्यवादी तथा धर्मात्मा राजा इन्द्रद्युम्न ने एक बार अपने पुरोहित से कहा “आप उस उत्तम क्षेत्र का संधान करें, जहां हमें साक्षात जगन्नाथ अवतार के दर्शन मिलें।” तब एक तीर्थ यात्री के मुख से श्री क्षेत्र …
प्राचीन समय की बात है, दुर्गम नाम का एक महान दैत्य था जिसकी आकृति बहुत ही भयंकर थी। उसका जन्म हिरण्याक्ष के वंश में हुआ था तथा उसके पिता का नाम रूरू था। ब्रह्मा जी के वरदान से दुर्गम महाबली …
माँ आदि शक्ति सती कौन हैं आदि शक्ति ‘सत’ रूप, ‘ज्ञान’ रूप और ‘आनंद’ रूप हैं । जिस तरह अंधकार सूर्य पर कभी कोई प्रभाव नहीं डाल सकता, वैसे ही आदि शक्ति में अणु मात्र भी अज्ञान सम्भव नहीं है, …
श्री भगवान नारायण की आज्ञा से स्वयं वायुदेव ने ही भक्ति सिद्धांत की रक्षा के लिये तमिलनाडु प्रान्त के मंगलूर जिले के अन्तर्गत उडुपी क्षेत्र से दो – तीन मील दूर वेललि ग्राम में भार्गवगोत्रीय नारायण भटट के अंश से …
आद्य शक्ति भगवती जगदम्बा ‘विद्या’ और ‘अविद्या’ – दोनों ही रूपों में विद्यमान हैं। अविद्या रूप में वह प्राणियों के मोह की कारण हैं तो विद्या रूप में मुक्ति की। भगवती जगदम्बा विद्या या महाविद्या और भगवान सदाशिव विद्यापति के …
देवी की जितनी शक्तियां मानी गयी हैं, उन सबका मूल रूप महालक्ष्मी ही हैं जो सर्वोत्कृष्ट पराशक्ति हैं। वह ही समस्त विकृतियों की प्रधान प्रकृति हैं। सारा विश्व प्रपंच महालक्ष्मी से ही प्रकट हुआ है। चिन्मयी लक्ष्मी समस्त पतिव्रताओं की …
महामुनि मेधा ने राजा सुरथ और समाधि वैश्य को महा सरस्वती का चरित्र इस प्रकार सुनाया। प्राचीन काल में शुम्भ और निशुम्भ नामक दो परम पराक्रमी दैत्य उत्पन्न हुए थे। तीनों लोकों में उनका भय व्याप्त हो गया था। उनके …