जरत्कारु ऋषि की कथा और आस्तिक मुनि का जन्म
शौनक ऋषि ने पूछा, सूतनन्दन! आपने जिन जरत्कारु ऋषि का नाम लिया है, उनका जरत्कारु नाम क्यों पड़ा था? उनके नाम का अर्थ क्या है और उनसे आस्तिक का जन्म कैसे हुआ? उग्रश्रवा जी ने कहा, ‘जरा’ शब्द का अर्थ …
शौनक ऋषि ने पूछा, सूतनन्दन! आपने जिन जरत्कारु ऋषि का नाम लिया है, उनका जरत्कारु नाम क्यों पड़ा था? उनके नाम का अर्थ क्या है और उनसे आस्तिक का जन्म कैसे हुआ? उग्रश्रवा जी ने कहा, ‘जरा’ शब्द का अर्थ …
श्रीशौनक जी ने कहा-सूतनन्दन! राजा जनमेजय ने उत्तंक की बात सुनकर अपने पिता परीक्षित की मृत्यु के सम्बन्ध में जो पूछताछ की थी, उसका आप विस्तार से वर्णन कीजिये। उग्रश्रवा जी ने कहा-राजा जनमेजय ने अपने मन्त्रियों से पूछा कि …
उग्रश्रवा जी कहते हैं, ‘शौनकादि ऋषियो! अपने पिता की मृत्यु का इतिहास सुनकर जनमेजय को बड़ा दुःख हुआ। वे क्रुद्ध होकर हाथ-से-हाथ मलने लगे। शोक के कारण उनकी लम्बी और गरम साँस चलने लगी। आँखें आँसू से भर गयीं। वे …
उग्रश्रवा जी कहते हैं, जनमेजय के यज्ञ में सर्पो का हवन होते रहने से बहुत से सर्प नष्ट हो गये केवल थोड़े से ही बच रहे। इस से वासुकि नाग को बड़ा कष्ट हुआ। घबराहट के मारे उनका हृदय व्याकुल …
शौनक जी ने कहा, सूतनन्दन! महाभारत की कथा बड़ी ही पवित्र है। इस में पाण्डवों का यश गाया गया है। सर्प-सत्र के अन्त में जनमेजय की प्रार्थना से भगवान् श्रीकृष्णद्वैपायन ने वैशम्पायन जी को यह आज्ञा दी थी कि तुम …
वैशम्पायन जी कहते हैं, जनमेजय! जमदग्निनन्दन परशुराम ने इक्कीस बार पृथ्वी के क्षत्रियों का संहार किया था। यह काम कर के वे महेन्द्र पर्वत पर चले गये और वहाँ तपस्या करने लगे। क्षत्रियों का संहार हो जाने पर क्षत्रियों की …
परीक्षित पुत्र जनमेजय जब वैशम्पायन ऋषि के आश्रम पर पहुंचे तो उन्होंने हाँथ जोड़कर वैशम्पायन जी से कहा “भगवन! मैं देवता, दानव, गन्धर्व, अप्सरा, मनुष्य, यक्ष, राक्षस और समस्त प्राणियों की उत्पत्ति सुनना चाहता हूँ। आप कृपा करके उसका प्रारम्भ …
जी हाँ! आज हम आपको ऐसे अजीबो- गरीब पार्क में ले चलते हैं जहाँ अंधेरी रात के समय भूत-प्रेत झूला झूलने लगते हैं। अमेरिका के शहर सैन डिएगो में अल्बर्ट नाम का एक ऐसा रहस्यमय पार्क है़ जहाँ सांझ ढलते …
पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे ग्रह पर रहने वाले इंसान, जिन्हें हम एलियन कहते हैं। उनका सही पता आज तक नहीं लग पाया है़ कुछ शोधकर्ताओं का कहना है कि यह एलियन धरती के ही निर्जन हिस्सों में अपनी दुनिया …
क्या आपको मालूम है़ कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन अपने शुरुआती दिनों में इतने ग़रीब थे कि एक बार उनको, केवल एक पुस्तक पढ़ने के लिए 10 दिन तक मजदूरी करनी पड़ी। जी हाँ, यह सच है़। गरीबी, मायूसी, …