आत्महत्या के बाद किस संसार में जाते है लोग ?
आत्महत्या को जिंदगी की सबसे बड़ी भूल बताया गया है | आत्महत्या करने वाले ज्यादातर व्यक्ति अपने वर्तमान जीवन की हर समस्याओं हार मान चुके होते हैं उनके पास जीने का कोई कारण नहीं बचता और अपनी हर समस्या का …
आत्महत्या को जिंदगी की सबसे बड़ी भूल बताया गया है | आत्महत्या करने वाले ज्यादातर व्यक्ति अपने वर्तमान जीवन की हर समस्याओं हार मान चुके होते हैं उनके पास जीने का कोई कारण नहीं बचता और अपनी हर समस्या का …
जीवन में कष्ट कोई भी आये, समाधान सभी के मौजूद होते हैं | और कभी-कभी समाधान भी कई प्रकार के होते हैं | विशेष रूप से भूत बाधा से परेशान व्यक्ति का इलाज इस बात पर भी निर्भर करता है …
(भाग- 1) – दुनिया भर के एस्ट्रो फिजिसिस्ट में इस समय हमारे ब्रह्माण्ड के आकार को लेकर बड़ा मतभेद बना हुआ है | अलग अलग वैज्ञानिक या कह लीजिये वैज्ञानिकों का समूह, अलग अलग तर्क पिछले कई साल से देते …
स्वर्ग की अवधारणा ऐसी है कि हर किसी के ह्रदय में एक कौतूहल और आनंद पैदा करती है | हर कोई मरने के बाद स्वर्ग जाने की ही इच्छा रखता है, चाहे वो किसी भी धर्म या सम्प्रदाय का हो …
ये प्रश्न ऐसा है जो बहुतों के मन में उठता होगा लेकिन इसका सटीक उत्तर किसी के पास नहीं होगा | और लॉजिक ऐसा है जिसे समझने में आज का मॉडर्न साइंस अभी तक सफल नहीं हो सका है | …
बहुत कम लोग जानते हैं कि महा मृत्युंजय मन्त्र साधना और मृत संजीवनी मन्त्र साधना दोनों अलग अलग साधनाएं है ! हमारे परम आदरणीय सनातन धर्म के दुर्लभ शास्त्र कहते हैं की महा मृत्युंजय मन्त्र साधना में जीवित मनुष्य की …
इस जगत में परमाणु, किसी भी जड़ पदार्थ की सबसे छोटी इकाई मानी जाती है। उसकी सूक्ष्मता अन्तिम मानी जाती है | ऐसा अनुमान है कि यदि मनुष्य, इस धरती पर एक परमाणु के बराबर हो जाये तो अपने देश …
पूरे ब्रह्माण्ड में व्याप्त अदृश्य चेतनाएं संवेदनाओं से भरी होती है | इनका रहस्यमय संसार असीम संभावनाओं से भरा हुआ है | इनके रहस्यमय संसार की व्याख्या करते हुए, द्वितीय विश्वयुद्ध की एक घटना का उल्लेख अपनी एक पुस्तक में …
यह घटना सन् 1643 की है | उस रात को, द्वितीय महायुद्ध, पैसिफिक सागर में तेरहवीं एयर फोर्स बटालियन के कमाण्डर जनरल नोथन एफ र्ट्वनिंग दुर्भाग्यवश युद्ध के दौरान अपने बेड़े से अलग पड़ गये थे । वे एस्पेराइट सैंटो …
महाभारत ! नाम सुनते ही ज्यादातर लोगो के मन में एक सनातन धर्मी वृहद् ग्रन्थ की छवि उभरती है | आप उसको अपने दैनिक जीवन में कितना महत्व देते है ये आपकी सोच और प्राथमिकताओ पर निर्भर करता है लेकिन …