रहस्यमय सपना
सपनो की दुनिया भी अजीब होती है | अक्सर बेतरतीब से दिखने वाले सपने कभी-कभी मनहूस शक्ल ले लेते हैं | मनहूस होने के बावजूद ये सपने कभी-कभी इतने विचित्र होते हैं कि उनके कारण को समझ पाना बहुत मुश्किल …
सपनो की दुनिया भी अजीब होती है | अक्सर बेतरतीब से दिखने वाले सपने कभी-कभी मनहूस शक्ल ले लेते हैं | मनहूस होने के बावजूद ये सपने कभी-कभी इतने विचित्र होते हैं कि उनके कारण को समझ पाना बहुत मुश्किल …
वास्तव में योगनिद्रा एक बड़ी ही रहस्यमय क्रिया है | सपनो द्वारा अपने किसी प्रिय पात्र को पूर्वाभास कराना, किसी होने वाली घटना से पहले ही सजग करना अथवा कोई महत्वपूर्ण सन्देश देना सम्मोहन क्रिया का एक अंग है। भारतीय …
इतिहास के रहस्यों में वर्णित, यूरेक्थम के प्रसिद्ध मंदिर का ऐतिहासिक वर्णन जो सराक्यूज की रोने वाली मूर्ति से भी बढ़कर है, आश्चर्यजनक है। यह मंदिर यूनान यानि ग्रीक की राजधानी एक्रोपोलिस में स्थित है। ये बात उस समय की …
मन्त्र शक्ति के चमत्कार आज के समय में कम ही देखने को मिलते हैं लेकिन आज मन्त्र शक्ति के सामर्थ्य का आकलन करना किसी के लिए भी संभव नहीं | कुछ दिव्य शक्ति मन्त्र ऐसे हैं जिनके आगे आज के …
मन्त्र शक्ति का प्रचंड प्रभाव होता है | सामान्य तौर पर ऐसी अवधारणा सभी की है | लेकिन कभी-कभी कुछ दिव्य मंत्र ऐसे चमत्कार दिखाते हैं कि उसे देख कर भी विश्वास करना मुश्किल होता है | मन्त्र शक्ति के …
प्राचीन हिन्दू शास्त्रों में अनेकों बार इसका ज़िक्र हुआ है कि अनंत काल के भीतर क्रमशः सत्ययुग, त्रेता, द्वापर और कलियुग- ये चार युग बारम्बार आते जाते रहते हैं और क्रमशः युग भेद से मनुष्य की परम आयु और आकार …
ये पैशाचिक जंगल अभिशप्त भी है | रोमानिया के ह्रदय में स्थित ट्रांसिल्वानिया जिले में ‘होइया बसिऊ’ (Hoia Baciu) नाम से एक रहस्यमयी जंगल है | स्थानीय निवासियों के अनुसार ये जंगल प्रेत-ग्रस्त है या एक शब्द में कहें तो …
इतिहास में इस संसार की कुछ बीमारियाँ ऐसी फैली जिनका कारण आज तक लोगों को समझ नहीं आया | रहस्यमय, स्तब्ध कर देने वाली | दस्तावेजों के अनुसार सोलहवीं शताब्दी (१५१८) में रोमन शहर स्ट्रॉसबर्ग (जो उस समय के प्रसिद्ध …
‘यमद्वार’ ! नाम के कई मतलब निकाले जा सकते हैं लेकिन हम बात कर रहे हैं मृत्य के देवता यमराज के घर के प्रवेश-द्वार की | भारतवर्ष के उत्तर में स्थित हिमालय अपने अन्दर असीम रहस्यों को समेटे है उसी हिमालय …
एक अद्भुत प्रसंग की चर्चा 12 वीं सदी के ब्रिडलिंगटन के विख्यात संत विलियम ऑफ न्यूवर्ग ने अपनी कृति “हिस्टोरिया रेरम एंग्लिकैरम” में की है। वे लिखते हैं कि आज भी इंग्लैण्ड में यहाँ-वहां दो अलौकिक हरे बालकों का जिक्र …