भटकती आत्माओं वाला गाँव, कुलधरा
खौफनाक मंजर का दूसरा नाम है राजस्थान के जैसलमेर का कुलधरा गाँव, जहाँ की मिट्टी में पिछ्ले 170 सालों से एक रहस्य दफन है। वह राज यह है कि कुलधरा गाँव के सभी ग्रामवासी रातों -रात कहां गायब हो गये? …
खौफनाक मंजर का दूसरा नाम है राजस्थान के जैसलमेर का कुलधरा गाँव, जहाँ की मिट्टी में पिछ्ले 170 सालों से एक रहस्य दफन है। वह राज यह है कि कुलधरा गाँव के सभी ग्रामवासी रातों -रात कहां गायब हो गये? …
यह कहानी है एक भूतिया कब्रिस्तान की। यदि इस जगह को हम भूत -प्रेतों की बस्ती कहें तो अतिशियोक्ति नहीं होगी। क्योंकि यह वह स्थान है जहाँ प्रेत -आत्मायें रात-दिन मंडराती रहतीं हैं। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई, जहाँ एक पारसी …
दो साल पहले की घटना है। मैं ओर मेरा ममेरा भाई देवेश राजस्थान के भानगढ़ का किला घूमने आये थे। हम लोगों ने भानगढ़ किले की डरावनी कहानियां बहुत सुन रखीं थीं। यहाँ भूत-प्रेत आत्माओं के भटकने के किस्से सुन-सुन …
शुक्ल यजुर्वेद (7।42) – में प्रत्यक्ष देव भगवान भुवन भास्कर की महिमा के विषय में कहा गया है कि “जो तेजोमयी किरणों के पुंज हैं; मित्र, वरूण, अग्नि आदि देवताओं एवं समस्त जगत के प्राणियों के नेत्र हैं और स्थावर …
भारतीय धार्मिक इतिहास में अवतारवाद के एक विशिष्ट सिद्धांत ने भारतीयों को एक विशिष्ट जीवन-शक्ति तथा आशावादिता भी प्रदान की, जिसके कारण वे विभिन्न संकटों तथा विपत्तियो को यह विश्वास रखते हुए झेल सकें कि वर्तमान विपत्ति की घड़ी कुछ …
ईसा के पूर्व सातवीं शताब्दी में, दक्षिण के केरल प्रान्त में पूर्णा नदी के तट पर कलादि नामक गांव में एक विद्वान एवं धर्मनिष्ठ ब्राह्मण श्री शिवगुरू एवं उनकी पतिव्रता पत्नी सुभद्रा देवी रहतीं थीं। यह दम्पति वृद्धावस्था के निकट …
स्कन्द पुराण के अनुसार सत्यवादी तथा धर्मात्मा राजा इन्द्रद्युम्न ने एक बार अपने पुरोहित से कहा “आप उस उत्तम क्षेत्र का संधान करें, जहां हमें साक्षात जगन्नाथ अवतार के दर्शन मिलें।” तब एक तीर्थ यात्री के मुख से श्री क्षेत्र …
प्राचीन समय की बात है, दुर्गम नाम का एक महान दैत्य था जिसकी आकृति बहुत ही भयंकर थी। उसका जन्म हिरण्याक्ष के वंश में हुआ था तथा उसके पिता का नाम रूरू था। ब्रह्मा जी के वरदान से दुर्गम महाबली …
अवतार क्या है जिसका अवतार होता है , वह क्या है ? अवतार से पूर्व क्या होता है ? अवतार का कारण क्या है ? इन सब बातों पर विचार करने के लिये हम वेदों की ऋचाओं पर दृष्टिपात करते …
माँ आदि शक्ति सती कौन हैं आदि शक्ति ‘सत’ रूप, ‘ज्ञान’ रूप और ‘आनंद’ रूप हैं । जिस तरह अंधकार सूर्य पर कभी कोई प्रभाव नहीं डाल सकता, वैसे ही आदि शक्ति में अणु मात्र भी अज्ञान सम्भव नहीं है, …