क्यूबा के हवाना के एक लड़के की आश्चर्यजनक पूर्वजन्म की स्मृति
क्यूबा के हवाना शहर में 4 वर्ष के एक लड़के ने अपनी मां को यह कहकर चौंका दिया कि “मां इस घर से अलग मेरा एक और घर भी था | मुझे याद है कि मैं रुये कैम्पनारियो (Rue Campanero) में एक मकान में रहता था | उस मकान का नंबर 69 था | उसकी पूरी-पूरी स्मृति याद है मुझे” |
उस समय, उस बच्चे के माता-पिता हवाना के रुए सान जोस (Rue San Jose) में स्थित मकान नंबर 44 में रहते थे | पिता का, साझेदारी में, प्रिन्टिंग का बिज़नेस था | बालक का जन्म उनके इसी घर में हुआ था |
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चूंकि बच्चा अपने पिछले जन्म के संबंध में कही गई बातों की सत्यता का पता लगाने का आग्रह करने लगा इसलिए एक दिन उसके माता पिता ने उसको पूरी बात बताने के लिए कहा और जो-जो वह बताता गया, वे उसको नोट करते गए |
उस बच्चे ने बताया की “जब मैं रुये कैम्पनारियो में 69 नंबर घर में रहता था, तो उस समय मेरे पिता का नाम पियरे सेको (Pierre Seco) और मां का नाम अम्परो (Amparo) था | मुझे याद है कि मेरे दो भाई और भी थे, जिनके साथ मैं खेला करता था और जिनके नाम मर्सिडीज और जीन (Mercedes and Jean) थे |
अंतिम बार मैं रविवार को उस घर से बाहर निकला था | उस दिन, साल 1903 की तारीख़ 27 फ़रवरी थी | जब मैं घर छोड़ रहा था तो मेरी मां बहुत चिल्लाई थी | मेरी इस दूसरी मां का रंग बहुत गोरा था और बाल काले थे | वह टोपियां बनाया करती थी |
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मैं उस समय 13 वर्ष का था और अमेरिकी केमिस्ट की दुकान से दवाई खरीदा करता था क्योंकि अन्य दुकानों की अपेक्षा वहां दवाइयां सस्ती मिलती थी | जब मैं टहल कर लौटता था तो नीचे के कमरे में अपनी छोटी सी साइकिल रख दिया करता था | उस समय मुझे पोंचो (Poncho) कहा जाता था” |
यह बिलकुल स्वभाविक था कि बालक द्वारा बताये गए इन सब विवरण ने उसके माता-पिता में इन तथ्यों की पुष्टि करने की जिज्ञासा जागृत कर दी | उन लोगों ने रुये कैम्पनारियो (Rue Campanero) में 69 नंबर का वह मकान खोज निकाला जिससे वे सर्वथा अपरिचित थे | और ना तो माता-पिता और ना ही लड़का इससे पहले कभी वहां गए थे |
परंतु उसके सामने पहुंचते ही लड़का आश्चर्य से एकाएक चिल्ला उठा “यही वह घर है, जहां में रहा करता था” | पिता ने कहा कि “यदि तुम इसे पहचानते हो तो तुम्ही पहले भीतर जाओ” |
बिना किसी झिझक के लड़का बड़ी प्रसन्नता से पहले माले की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर दौड़कर चढ़ने लगा और किसी परिचित व्यक्ति के समान निःशंक होकर एक कमरे से प्रविष्ट हो गया परंतु अपने कल्पना के माता पिता को वहां ना पाकर तथा उससे अपरिचित कुछ अन्य लोगों को वहां देखकर वह बहुत उद्विग्न हो गया |
लेकिन उसके माता-पिता निराश नहीं थे | बल्कि इस परिणाम से चकित होकर उन्होंने इस विषय में अपनी खोज जारी रखी तथा अन्ततोगत्वा उन्हें जो तथ्य प्राप्त हुए वो इस प्रकार थे |
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उनकी जानकारी के अनुसार वर्ष 1903 के फरवरी महीने तक रुये कैम्पनारियो (Rue Campanero) के 69 नंबर के घर मे अन्तोनियो पियरे सेको (Antonio Pierre Seco) नाम के सज्जन रहते थे जो अब हवाना छोड़कर चले गए थे | वर्तमान समय में वो और उनका परिवार कहाँ था यह किसी को नहीं पता था |
जानकारी में उन्हें यह भी पता लगा कि श्री सेको की पत्नी का नाम अम्परो (Amparo) था तथा उनके क्रमशः तीन लड़के थे, मर्सिडीज, पांचो और जीन | उसी साल फरवरी के महीने में उनके सबसे छोटे बेटे पांचो का देहांत हो गया जिसके बाद उन लोगों ने उस घर को छोड़ दिया था । और हाँ उस घर के पास अभी भी वह दवाई की दुकान विद्यमान थी जिससे वह बच्चा दवाइयाँ लिया करता था ।