सर्वशक्तिमान ईश्वर कौन हैं, उनके विभिन्न अवतार क्या हैं
ईश्वरीय तत्व जब महामाया के अविद्या रुपी अंश के साथ होता है तो वह उसके वशीभूत हो जाता है और बन जाता है ‘जीवात्मा’ | फिर आरम्भ होता है जन्म-जन्मान्तर तक विभिन्न देह ग्रहण करने और कर्मानुसार सुख-दुःख भोगने का …