यह संसार अनेक विविधताओं और विचित्रताओं से भरा हुआ है़। हम सभी जानते हैं कि इस संसार को किसी परम शक्ति ने बनाया है। आज हम आपको इस सृष्टि को रचने वाले परमेश्वर की एक ऐसी रचना से परिचित कराने जा रहे हैं जो अपने आप में अदभुत और अनोखी है़। यह स्थान बहुत सुंदर है और डरावना भी है । यह स्थान तरह-तरह के खौफनाक रहस्यों से भरा हुआ है।
अमेजन के जंगल का रहस्य (amazon jungle ka rahasya)
इस स्थान के कौतूहल से भरे रोमांचकारी दृश्य देखने वाले को अचरज में डाल देते हैं। यह वह स्थान है़ जो विषैले जीव-जंतुओं से भरा हुआ है। यहाँ इस स्थान पर उस नीली छतरी वाले ने दिल खोलकर विचित्रता के रंग भरे हैं। दूर दूर तक फैली हुई हरियाली का हरा रंग और नीली-नीली विशाल जल से भरी हुई नदी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता को समेटे हुए है़। यहाँ के पेड़-पौधे को देखकर ऐसा लगता है जैसे की वे एक दूसरे के कंधो पर हाथ रखें हुये हों।
यहाँ ये पेड़-पौधे एक दो नहीं बल्कि अरबों-खरबों की संख्या में हैं। इस स्थान पर दूर-दूर तक फैले हुए आसमान को छू लेने वाले पेड़ों की छाया हज़ारो किलोमीटर तक आच्छादित है़। इस जगह के अरबों-खरबों की संख्या में फैले वृक्षों ने अपनी इतनी विशाल छाया चारों ओर बिखेर दी है़ जिसे देखकर ऐसा लगता है़ कि शायद उन वृक्षों की यह जिद है़ कि सूर्य की रौशनी को धरती तक पहुँचने न देंगे।
इसलिए यहाँ दिन में भी बहुत डरावना घुप्प अंधेरा रहता है़। यहाँ की प्रकृति ही नहीं बल्कि रहने वाले प्राणी भी भयभीत करने वाले हैं। इस स्थान के विचित्र वातावरण में रहने वाले जीव-जंतु ही नहीं, इंसान भी सदा मरने -मारने को तैयार रहते हैं। जिनके अदभुत बल को देखकर ऐसा लगता है़ कि वे सभी वीर अभिमन्यु की तरह अपने हाथों में बल और विद्या लेकर पैदा हुये हैं। इस स्थान पर पग-पग पर मौत का डरावना मंजर नजर आता है़।
नाचने वाली रहस्यमय बीमारी
इस स्थान का खौफनाक सच है़ जो जग जाहिर है़। जी हाँ, हम बात कर रहें हैं दुनिया के सबसे खतरनाक अमेजन जंगल की, जिसे वंडर ऑफ द वर्ल्ड के नाम से भी जाना जाता है। यह दुनिया का सबसे खतरनाक जंगल है़। क्षेत्रफल की दृष्टि से अमेजन इस पृथ्वी पर इतना बड़ा जंगल है जैसे की एक विशाल देश हो। यह कहा जा सकता है कि अमेजन जंगल विश्व का एक विशालतम प्राकृतिक देश है।
जहाँ रहने वालों का अपना साम्राज्य है़ चाहे वह यहाँ के आदिवासी हों, जीव-जंतु, पेड़-पौधे और नदियाँ। इस विश्व के सबसे विशाल खौफनाक जंगल के राजा वहाँ के रहने वाले आदिवासी कबीले हैं। जो बाहरी दुनिया से बेखबर हैं। वे नहीं जानते हैं कि सड़कें क्या होती हैं? बिजली क्या होती है़? मकान किसे कहा जाता है़? सभ्यता और विज्ञान की खोजों से बहुत दूर अमेजन जंगल के नाम से जानी जाने वाली उनकी यह अलग ही अद्भुत दुनिया हैं।
यहाँ निवास करने वाली आदिवासी जनजाति आज भी धरती के आदिमानव की तरह प्रकृति की गोद में रहती है। उनकी जिंदगी रहस्य और रोमांच से भरी हुई है। कहते हैं कि इस अमेजन जंगल का अस्तित्व तभी से है जब से इस सृष्टि की रचना हुई है। धरती के अस्तित्व में आने के अरबों वर्ष बाद लोग अमेजन जंगल को खोज पाये।
कहाँ है यह अमेजन जंगल
यह अदभुत जंगल हमारी पृथ्वी पर अमेरिका से ब्राजील तक लगभग 9 देशों में फैला हुआ है। ये देश हैं ब्राजील, कोलंबिया, पेरू, वेनेजुएला, ईक्वाडोर, बोलिविया, गुयाना, सूरीनाम और फ्रेंच गुयाना। इस अमेजन जंगल का क्षेत्रफल लगभग 5500000 वर्ग किलोमीटर है । अमेजन जंगल का क्षेत्रफल इतना बड़ा है कि वह विश्व का नौवां सबसे बड़ा देश बन सकता है।
इन्सान से पैदा हुए मुर्गी के अंडे
इस अमेजन जंगल के इतने बड़े होने के कारण यह पृथ्वी के लिए ऑक्सीजन का एक प्रमुख स्रोत है। कहते हैं कि इस धरती पर जीवन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन का 20% अमेजन जंगल ही पूर्ति करता है। इसीलिए इस अमेजन जंगल को ‘धरती का फेफड़ा’ भी कहा जाता है ।
विचित्रताओं से भरा मंजर है़ यहाँ
अमेजन जंगल का कोना-कोना प्रकृति के अनेकों रहस्यों को समेटे हुए हैं । यहाँ हर तरफ अविश्वसनीय दृश्य नजर आते हैं। यहाँ के पेड़-पौधे, नदियाँ, जंगल, मछलियाँ, मेंढक, सांप, पक्षी, कीड़े- मकोड़े आदि सभी अपने अनोखे रंग रूप और आकार के कारण हमें आश्चर्यचकित करते हैं ।
अमेजन नदी का रहस्य
अमेजन जंगल में बहने वाली अमेजन नदी दुनिया की सबसे बड़ी नदियों में दूसरे स्थान पर है। इस नदी की लंबाई लगभग 6800 किलोमीटर से भी अधिक है। भौगोलिक खोज में पाया गया है कि अमेज़न नदी की सैकड़ों सहायक नदियाँ हैं जो लगभग 8 देशों में फैली हुई हैं। विशाल अमेजन नदी के जल में सैकड़ों विचित्र जीव-जंतु, कीड़े-मकोड़े, मछलियाँ और मगरमच्छ हैं।
पुनर्जन्म की विचित्र घटना
एक शोध में बताया गया है कि इस अमेज़न नदी में सैकड़ों प्रजाति की खतरनाक मछलियाँ पाई जाती है। इसके अलावा इंसान को जिंदा निगल लेने वाला एनाकोंडा नाम का साँप इसी अमेजन नदी में पाया जाता है। इस स्थान की अमेजन नदी ब्राजील, बोलीविया ,पेरु, इक्वाडोर, कोलंबिया, वेनेजुएला, गुयाना ,सूरीनाम आदि देशों तक फैली है़। अपनी विशालता के कारण यह अमेजन नदी धरती पर जल का एक बहुत बड़ा स्रोत है ।
अमेज़न जनजाति के इंसान भीम की तरह बलशाली हैं
इस खतरनाक जंगल में वही व्यक्ति रह सकता है जो पग-पग पर खतरों से सामना करने की हिम्मत रखता हो। इस अमेज़न जंगल में रहने वाले आदिवासी कबीलों में वह अद्भुत शक्ति और निर्भीकता है जिसके कारण वे अपने मार्ग में मिलने वाले जहरीले साँप, विष खोपड़ा, अजगर बिच्छुओं आदि को हाथ में उठाकर उनकी गर्दन मरोड़ देते हैं और कभी-कभी पत्थर पर पटक कर मार डालते हैं।
इसी तरह यहां के अमेजन आदिवासी जंगल में पाए जाने वाले खूंखार जानवरों के मुँह में हाथ डालकर दोनों जबड़ों को फाड़ डालते हैं और कभी-कभी इन नरभक्षी जानवरों की पूंछ पकड़कर घुमाते हुए दूर फेक देते हैं। इसीलिए कहा जाता है कि यहाँ के आदिवासी जनजाति के कबीले भीम की तरह बलशाली हैं। यहाँ के आदिवासी इस बात को जानते हैं कि यह अमेज़न जंगल विषैले जीव-जंतुओं से भरा हुआ है।
एक अधूरी दौड़, जो कभी पूरी नहीं हुई
जिसके कारण पग-पग पर मौत उनकी प्रतीक्षा कर रही है। लेकिन इसके बावजूद वह इस जंगल को छोड़कर नहीं भागते। क्योंकि वह इस अमेजन जंगल को ही अपनी दुनिया मानते हैं। वह अपनी दुनिया में किसी बाहरी व्यक्ति की दखलअंदाजी भी पसंद नहीं करते। वह नहीं चाहते कि कोई बाहरी व्यक्ति उनके अमेज़न जंगल में प्रवेश करें। कई बार यहाँ आने वालों लोगों पर इन आदिवासियों द्वारा जानलेवा हमला हुआ है ।
एक बार ब्राजील के कुछ खोजकर्ता इस अमेजन जंगल में शोध कार्य के लिए आये। लेकिन वह जंगल में ही कहीं गायब हो गए। उनका कहीं पता नहीं चला। ऐसा भी कहा जाता है कि वे लोग यहां के कबीले के चंगुल में फंस गये। अमेजन आदिवासी अपने इलाके में आने वाले व्यक्तियों को मारकर खा जाते हैं।
अमेज़न जंगल की चींटी भी हाथी की जान ले सकती है
जी हां यह सच है इस खौफनाक जगह के जीव-जंतु की कहानी बहुत भयभीत करने वाली है। इस जंगल में पाई जाने वाली बुलेट आंट नाम की चींटी इतनी जहरीली है कि उसके डंक का एक वार किसी की भी जान ले सकता है। बुलेट आंट का डंक सचमुच बंदूक की गोली के समान घातक होता है। जिससे किसी की भी मौत हो सकती है।
इस जंगल के खूबसूरत दिखने वाले मेढकों का बदसूरत सच
यहां इस अमेज़न जंगल में पाए जाने वाले मेढकों को यदि आप देखेंगे तो आपको उनकी खूबसूरती लुभावनी लगेगी। क्योंकि यहाँ के हरे-पीले रंग के मेंढक देखने में बहुत सुंदर लगते हैं। लेकिन यदि इन मेढकों को कोई भूल से भी छू ले तो उनकी विषैली जीभ किसी की भी जान ले सकती है ।
जलीय खौफनाक जीव ब्लैक कैमन अचानक अटैक करता है़
अमेज़न जंगल एक दो नहीं बल्कि लाखों विचित्र जीव जंतुओं से भरा हुआ है। जो अपने आप में अद्भुत तो हैं ही, साथ ही उनके खौफनाक इरादे पूरे अमेज़न जंगल में आतंक मचाए रखते हैं। इसी तरह एक जलीय जीव है। वह ब्लैक कैमन नाम का मगरमच्छ है़ जो दिखने में इतना काला है कि ऐसा लगता है कि वह जल में किसी वृक्ष की परछाई है़। अपने अनोखे रंग-रूप के कारण यह लोगों को आसानी से नजर नहीं आता है़ और इस तरह छिपकर अचानक किसी पर अटैक कर देता है। उसे अपना शिकार बना लेता है।
अनसुलझा है पटना के अगम कुँए का रहस्य
यहां आसमानी आफत भी कम नहीं है
अमेजन जंगल की क्या धरती, क्या आसमान, हर तरफ खौफ ही खौफ का मंजर है़। जल थल ही नहीं अमेजन जंगल में आसमान में उड़ने वाले पक्षी भी बहुत खतरनाक हैं। इन्हीं पक्षियों में एक ईगल नाम का पक्षी है। यह विशालकाय पक्षी जीव जंतुओं को जिंदा उठा ले जाता है। उसे मार कर अपना शिकार बना लेता है।
कभी तेज बारिश, कभी सूखा, तो कभी आग लग जाती है यहाँ
अमेज़न जंगल का रहस्य आज तक अनसुलझा है। यहां के भौगोलिक वातावरण की विचित्रता समझ से परे है। यहां कभी-कभी इतनी तेज बारिश होती है कि मानो धरती को बहाकर ले जाए। तो कभी-कभी तो बादल से एक बूंद नहीं टपकती।
दूर-दूर तक सूखा पड़ जाता है। इसी तरह वर्ष 2010 में अमेजन जंगल में सूखा पड़ गया। जिसके कारण अमेज़न के जंगल में पाये जाने वाले पशु -पक्षी बिलख उठे। इसी तरह यहाँ पिछले वर्ष इस जंगल में अचानक खुद ब खुद आग लग गई। जिसके कारण न जाने कितने पेड़-पौधे झुलस गये।
खोजकर्ताओं के लिए कौतूहल का क्षेत्र अमेजन जंगल
अपनी जान हथेली पर रखकर इस खौफनाक जगह पर वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की टीम आये दिन यहाँ पहुंचती रहती है। यह टीमें पिछले सैकड़ों सालों से इस अमेज़न जंगल के रहस्यों का पता लगाने का प्रयास कर रही हैं। कहते हैं कि अब तक इस अमेजन जंगल के रहस्यों का केवल 10% हम इंसानों को पता लग पाया है।
शोध कार्य जारी है। कुछ वैज्ञानिकों का यहाँ तक कहना है कि इस अमेजन जंगल की प्राकृतिक क्षमताओं का उपयोग कर हम पूरे विश्व को इस क्षेत्र में पाई जाने वाली ऐसी अदभुत जड़ी-बूटियाँ उपलब्ध करा सकते हैं जिससे की मनुष्य इस धरती पर 200 वर्षों तक जीवित रह सकता है।