क्या है कैलाश पर्वत का रहस्य?
तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत का रहस्य सर्वविदित है़। जिस रहस्य का पता लगाने के लिए एक बार एक बौद्ध योगी, जिसका नाम मिलारेपा था; वे बहुत हिम्मत से रास्ते की अनेकों कठिनाइयों का सामना करते हुए समुद्र तल से …
तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत का रहस्य सर्वविदित है़। जिस रहस्य का पता लगाने के लिए एक बार एक बौद्ध योगी, जिसका नाम मिलारेपा था; वे बहुत हिम्मत से रास्ते की अनेकों कठिनाइयों का सामना करते हुए समुद्र तल से …
अधिकतर लोगों के मन में यह धारणा होती है कि ये भूत, प्रेत अथवा चुड़ैल आदि हर किसी को नुकसान पहुँचाने वाले ही होते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे चुड़ैल प्रभावित क्षेत्र से परिचित कराएंगे जिसने अपने इलाके …
यह भूतिया कहानी है़ राजस्थान के भरतपुर मे स्थित एक कारखाने की, जहाँ एक भूत ने कर्मचारी बनकर एक महीने ड्यूटी की। लेकिन जब बाद में कारखाने के मालिक को इस अदभुत घटना के बारे में पता चला तो कारखाने …
महिषासुर वह राक्षस था जिसे ब्रह्मा जी से यह वरदान प्राप्त था कि उसे कोई भी देवता या दानव नहीं मार सकता है़। असुरों के राजा महिषासुर की भक्ति से प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी ने उसे यह वरदान तो दे …
यह अमेरिका के राष्ट्रपति भवन (व्हाइट हाउस) का 10 अगस्त वर्ष 1923 का किस्सा है। उन दिनों केल्विन कूलिज (Calvin Coolidge) नाम के व्यक्ति अमेरिका के 30वें राष्ट्रपति हुआ करते थे। वह उन दिनों अपनी वाइफ के साथ व्हाइट हाउस …
यदि आपको भारत की राजधानी नई दिल्ली की व्यस्त और भागम-भाग की जिंदगी से दूर कुछ पल को धार्मिक नगरी मथुरा-वृंदावन जैसा सुकून पाना हो तो ऐसे मे आपके लिए अक्षरधाम मंदिर सर्वथा उचित रहेगा। क्योंकि अक्षर धाम मंदिर को …
यह संसार अनेक विविधताओं और विचित्रताओं से भरा हुआ है़। हम सभी जानते हैं कि इस संसार को किसी परम शक्ति ने बनाया है। आज हम आपको इस सृष्टि को रचने वाले परमेश्वर की एक ऐसी रचना से परिचित कराने …
आज हम आपको उस खतरनाक भूत की कहानी बताने जा रहे हैं जो वर्ष 1985 में इंग्लैंड के ब्लैक हॉर्स रेलवे स्टेशन पर अचानक अपने खौफनाक इरादे से आ गया और रेलवे स्टेशन पर उपस्थित यात्रियों कि पीछे पड़ गया। …
यह कहानी है़ एक सचमुच के सिर कटे भूत की, जिसे जिस किसी ने देखा डर के मारे कांपने लगा। दरअसल यह स्टोरी है़ एक अंग्रेज के भूत की, जिसके जुल्मों से तंग आकर गाँव के ही एक नवयुवक ने …
रात के लगभग 10 बजे का समय था। उस समय मैं और मेरा मित्र अपनी कार से गुड़गांव के एम जी रोड से होते हुये गाजियाबाद जा रहे थे। काली अंधेरी रात थी। हमारी गाड़ी अत्यंत सूनसान इलाके से गुजर …