आतिवाहिक देह का रहस्य
मृत्यु के बाद जब जीवात्मा इस भौतिक शरीर को छोड़ता है तो वह “आतिवाहिक देह” ग्रहण करता है | इस आतिवाहिक देह से ही वह आगे की यात्रा करता है फिर यथा समय भोग देह प्राप्त करता है | हमारे …
धर्मं
मृत्यु के बाद जब जीवात्मा इस भौतिक शरीर को छोड़ता है तो वह “आतिवाहिक देह” ग्रहण करता है | इस आतिवाहिक देह से ही वह आगे की यात्रा करता है फिर यथा समय भोग देह प्राप्त करता है | हमारे …
इस दुनिया में जिसने भी जन्म लिया है उसका मरना तय है | इसलिए इस मरणधर्मा शरीर का अभिमान व्यर्थ है | लेकिन इस दुनिया में ऐसे भी महापुरुष पैदा हुए जिन्होंने अपने अंत समय में, रहस्य के आवरण को …
आरम्भ से ही मनुष्य जिज्ञासु प्रवृत्ति का रहा है | अज्ञात, अदृश्य, अनागत को जानने की उत्कट अभिलाषा, उनका विज्ञान समझने की प्रबल इच्छा आज मनुष्य को समय के उस दौर में ले कर आई है जहाँ से उसके लिए …
रावण ब्राह्मण वंश में पैदा हुआ था उसके पिता ऋषि विश्रवा और पितामह पुलत्स्य ऋषि महान तपस्वी एवं धर्मज्ञ थे | किन्तु माता के असुर कुल की होने की वजह से उसमे आसुरी संस्कार आ गए थे | ऋषि विश्रवा …
हिन्दुओं की धार्मिक नगरी बनारस में अस्सी रोड से कुछ ही दूरी पर आनन्द बाग के पास प्राचीन दुर्गा कुण्ड नाम का एक अति प्रसिद्ध मन्दिर है। सनातन धर्म के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक यह मंदिर, हिन्दू धर्म …