मिस्र की रहस्यमय सम्राज्ञी-नेफेर्तिती
विश्व की महानतम सभ्यताओं में से एक है मिस्र की रहस्यमय सभ्यता ! रहस्यमय इसलिए क्योकि नील नदी के किनारे बसी और फली-फूली इस सभ्यता के कई प्राचीन अवशेष आज भी दुनिया को हैरत में डाले हुए है | उन्ही …
इतिहास की अनंत गहराइयाँ हमेशा से रोमांचित करती रही हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि आज जो इतिहास हम जानते हैं वो वास्तविकता से कोसों दूर हैं। जब आप वास्तविक इतिहास को जानेंगे तो आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। आइये, इतिहास की सच्चाई से परिचय कराता, रहस्यमय आपको उस दुनिया में ले चलेगा जहाँ आप हतप्रभ रह जाएंगे।
विश्व की महानतम सभ्यताओं में से एक है मिस्र की रहस्यमय सभ्यता ! रहस्यमय इसलिए क्योकि नील नदी के किनारे बसी और फली-फूली इस सभ्यता के कई प्राचीन अवशेष आज भी दुनिया को हैरत में डाले हुए है | उन्ही …
ज़िन्दगी में कभी न कभी ऐसा समय ज़रूर आता है जब मनुष्य हर तरफ से हार मान जाता है | लेकिन उस समय भी उसे परमेश्वर पर विश्वास होता है | एड्स, कैंसर आदि जैसी कठिन बीमारियों या भयंकर एक्सीडेंट …
लालच और…सोना…, काश कि इन दोनों में से कोई एक चीज़ इस दुनिया में न होती तो ये दुनिया इतनी बुरी भी नहीं थी | कभी-कभी इन दोनों का साथ भयंकर घटनाओं को जन्म देता है और इनकी कहानियाँ,….ठंडी, शांत …
ज़िन्दगी में कुछ घटनाएं (विशेष तौर पर दुखद घटनाएं) ऐसी घटती हैं मानो वो पत्थर की लकीर हों आप कुछ भी कर लें उनसे बचने के लिए लेकिन वो हो कर ही रहती हैं | घटना हो जाने के बाद …
हजारों वर्षों से शीबा की रानी का अस्तित्व रहस्य के घेरे में रहा है | इसका ज़िक्र बाइबिल के ओल्ड टेस्टामेंट में, ‘राजाओं की प्रथम पुस्तक’ में आया है | इस पुस्तक के अनुसार ईसा से लगभग एक हज़ार वर्ष …
किसी का खज़ाना जब लोक कहावत बन जाए तो ये सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि उस खज़ाने में कितना धन रहा होगा | भारत में ये कहावत फ़ारसी भाषा से आई है | कहते है की राजा …
अधिकतर लोग इस प्रश्न के उत्तर में ये तर्क देंगे कि जब उस जमाने को हमने देखा नहीं, जाना नहीं, अनुभव नहीं किया तो हम कैसे मान ले कि ऐसा होता था या ऐसा हुआ था | ऐसे लोगों का …
भारतीय “क्षात्र गौरव” को अक्षुण रखते हुए देश का मान बढ़ाने वाले इतिहास में प्रसिद्ध राणा सांगा को कौन नहीं जनता | आप में से अधिको ने राणा सांगा का, एक विशाल सर्प की छत्र-छाया में, जंगल की घास पर …
प्राचीन हिन्दू शास्त्रों में अनेकों बार इसका ज़िक्र हुआ है कि अनंत काल के भीतर क्रमशः सत्ययुग, त्रेता, द्वापर और कलियुग- ये चार युग बारम्बार आते जाते रहते हैं और क्रमशः युग भेद से मनुष्य की परम आयु और आकार …
स्वर्ग की अवधारणा ऐसी है कि हर किसी के ह्रदय में एक कौतूहल और आनंद पैदा करती है | हर कोई मरने के बाद स्वर्ग जाने की ही इच्छा रखता है, चाहे वो किसी भी धर्म या सम्प्रदाय का हो …