किसी भी व्यक्ति के जीवन में रंगों का बहुत बड़ा महत्व होता है। रंग हमें शांति प्रदान करते हैं। रंग हममें उत्साह भरते हैं। रंग हमें हर्षित करते हैं। रंग ही हमें रोमांटिक बनाते हैं और रंग हमें शोक की ओर भी ले जाते हैं। रंग हमारे जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकते हैं। रंगों की महत्ता को पहचानने के बाद ही वास्तु शास्त्र ने भी इसे अपने पन्नो में सम्मिलित किया है।
किसी ने क्या खूब कहा है कि रंग जीवन में तरंग लाते हैं और जंग भी। रंग खूबसूरत होते हैं और बदरंग भी। रंग जहाँ संबंधों का ताना-बाना बुनते हैं वहीं रंग रिश्ते कर सकते हैं भंग भी। इसीलिए किसी रंग का उपयोग करते समय हमें उसके सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलुओं पर विचार करना चाहिए।
सफेद रंग थकान को विराम देता है
शयन कक्ष में रंग का चुनाव एक महत्वपूर्ण प्रश्न है़। क्योंकि यह घर का वह स्थान है़ जहाँ हम दिन भर की थकान के बाद एक सुकून भरी नींद लेकर अपने आपको अगले दिन के लिए तरोताजा बनाते हैं। वास्तु विशेषज्ञ शयनकक्ष की दीवारों को सफेद रंग से रंगने का परामर्श इसलिए देते हैं। क्यों कि शयन कक्ष की सफेद रंग की दीवारें जहाँ स्तरीय लगती हैं, वही यह रंग हर उम्र के लोगों के लिए सूट करने वाला होता है।
यह वह रंग है जो बच्चों, युवाओं, प्रौढ़ और वृध्दावस्था आदि के सभी उम्र के लोगों को भाता है। साथ ही यह रंग शयन कक्ष में सुकून और शांति प्रदान करने वाला होता है। इसीलिए वास्तु विशेषज्ञ शयन कक्ष की दीवारों को सफेद रंग में रंगना बहुत अच्छा मानते हैं। क्योंकि यह सफेद रंग वह जादुई रंग है़ जो हर किसी के लिए आरामदायक नींद प्रदान करने वाला होता है।
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इसलिए यदि आप अपने घर के बेड रूम के लिए रंगों का चयन कर रहे हैं तो सफेद रंग सर्वोत्तम है। क्योंकि यह रंग जहाँ पवित्रता का प्रतीक है वहीं यह रंग हमारे चित्त की विकलता को समाप्त करता है। इसके अतिरिक्त ज्योतिष शास्त्र यह भी कहता है़ कि जहाँ सफेद रंग है़ वहाँ दैवीय प्रभाव विद्यमान होता है़।
हल्का गुलाबी रंग दांपत्य जीवन में ताजगी लाता है
घर के शयन कक्ष में दांपत्य सूत्र में बंधे नये जोड़ों में आपसी प्रेम को प्रगाढ़ बनाने के लिए हल्का गुलाबी रंग बहुत कारगर है। यह रंग जहां मन में प्यार की भावना को जगाता है। वही हमारे आपसी संबंधों को मजबूत बनाता है। इसके अतिरिक्त यह गुलाबी रंग उदास जीवन में नई ताजगी लाता है। इसीलिए यह रंग उत्साह और उमंग का भी प्रतीक है। यह गुलाबी रंग प्रेम रोमांस और कोमलता को दर्शाता है। इसीलिए वास्तु शास्त्री वैवाहिक जीवन में माधुर्य भरने के लिए शयन कक्ष में गुलाबी रंग की दीवारों को रंगने का परामर्श देते हैं ।
हल्का हरा रंग सकारात्मकता प्रदान करता है़
शयन कक्ष में हल्का हरा रंग जहाँ दिनभर की चिंताओं से मुक्त करता है वहीं सुख और चैन की नींद लाने वाला होता है। इसके अतिरिक्त ऐसे लोग जो अनेक तरह के मानसिक तनाव से घिरे रहते हैं। उन लोगों को वास्तु शास्त्र की सच्ची सलाह यही है़ कि उन्हें अपने शयनकक्ष की दीवारों पर हल्का हरा रंग कराना चाहिए।
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यह रंग तनावग्रस्त लोगों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव डालता है। जिसके कारण मस्तिष्क की नकारात्मकता दूर होती है। अस्वस्थ व्यक्ति के शयन कक्ष में हल्का हरा रंग उस बीमार व्यक्ति पर जादुई असर डालता है। जिसके परिणाम स्वरूप वह धीरे- धीरे स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ने लगता है।
हल्का नीला रंग प्रकृति के करीब ले जाता है
यदि आपको अपने शयनकक्ष में प्राकृतिक छटा बिखेरना है तो ऐसी स्थिति में आपको अपने बेडरूम के लिए हलके नीले रंग का चुनाव करना चाहिए। यदि आप अपने ऐसे शयनकक्ष की दीवारों को रंगाने के बारे में विचार कर रहे हैं जहाँ घर के बच्चे सोते हैं तो ऐसे में वास्तु शास्त्र हल्के नीले रंग का सुझाव देते हैं। यह रंग बच्चों को नील गगन के तले सोने की कल्पना कराता है और उन्हें मीठी-मीठी में नींद लाता है।
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हल्का नीला रंग बच्चों की चंचलता को दूर कर उन्हें शांत बनाता है ताकि वह शयन कक्ष में निर्धारित समय पर सो जायें और प्रातः काल समय से उठे। हल्का नीला रंग पवित्रता, शुद्धता , शांति और विद्या का प्रतीक है । यह रंग शयनकक्ष में सकारात्मक ऊर्जा को प्रदान करने वाला होता है।
शयन कक्ष की दीवारों पर गहरे रंग उचित या अनुचित
शयन कक्ष की दीवारों को गहरे रंगों से रंगा जाना ठीक है़ या गलत, यह सवाल बड़ा अहम है़। वास्तु शास्त्र कहता है़ कि कोई भी डार्क कलर व्यक्ति को उत्तेजित करता है़ इसलिए बेड रूम की दीवारों पर गहरे रंगों से बचना चाहिए। क्योंकि शयन कक्ष में गहरा रंग गहरी निद्रा में बाधा पहुँचा सकता है़। लेकिन हल्के रंगों के साथ कम मात्रा में गहरे रंग की डिजाइन या फूल-पत्ती के चित्र के होने में कोई बुराई नहीं है़।