जो लोग अब तक झाड़ू को घर की एक तुच्छ चीज समझते हैं वह सावधान हों जायें, क्योंकि आपका ऐसा सोंचना धन की देवी लक्ष्मी जी को नाराज कर सकता है। झाड़ू के रखरखाव की अनदेखी करना आपको आर्थिक संकट में भी डाल सकता है। ऐसा ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के पंडित कहते हैं। इसलिए आप अपने घर के साफ-सफाई के लिए रखी जाने वाली झाड़ू के प्रति जागरूक हो जायें।
घर में साफ-सफाई के लिए खुद झाड़ू लगायें या आपके द्वारा रखा हुआ कर्मचारी, लेकिन झाड़ू का इस्तेमाल तो आपके घर में ही हो रहा है। इसलिए घर को वास्तु दोषों से बचाने क़े लिए हमें इस बात पर ध्यान रखना होगा कि अपने घर में उपयोग आने वाली झाड़ू को कहाँ रखें और किस तरह रखें।
यहाँ इस बात की चर्चा होगी। साथ ही ज्योतिष का वह कीमती उपाय भी आप जानेंगे कि किस विशेष दिन आपके द्वारा झाड़ू को खरीदकर लाने से धन की देवी माँ लक्ष्मी जी का भी घर में प्रवेश हो जाता हैं। आज हम इन्हीं सब बातों को विस्तार से जानेंगे।
अपनी बात आरंभ करने से पहले हम आपको यह परामर्श अवश्य देंगे कि यदि आप अब तक झाड़ू को लापरवाही से इधर-उधर फेंककर रखते हैं तो उसमें सुधार जरूर कर लें, क्योंकि भारतीय संस्कृति में झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। तभी तो रौशनी के पर्व दीपावली के दिन झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता हैं कि इस दिन नयी झाड़ू खरीदने से आपके जीवन की आर्थिक कमी दूर हो जाती है।
झाड़ू कब घर में लायें ताकि झाड़ू के साथ शुभता भी घर में प्रवेश कर जाये
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार झाड़ू खरीदने का सबसे उत्तम दिन शनिवार है। झाड़ू को हमेशा दिन के समय खरीदनी चाहिए। यदि आपको अपने घर के लिए नयी झाड़ू खरीदनी है तो ज्योतिषशास्त्र शुक्ल पक्ष के बजाय कृष्ण पक्ष में झाड़ू खरीदना सबसे अच्छा मानता है। झाड़ू कभी भी ऐसी नहीं खरीदनी चाहिए जिसके तिनके झाड़ू लगाते समय पूरे घर में इधर- उधर बिखरें।
क्योंकि ऐसी दशा में झाड़ू के तिनके घर में वास्तुदोष उत्पन्न करते हैं। घर में साफ-सफाई के बाद कूड़े को यदि तुरंत घर के बाहर न निकाल पाते हों तो उसे कूड़ेदान में ढककर रख दें क्योंकि घर में खुला कूड़ा दरिद्रता को आमंत्रित करता है। एक आवश्यक बात यह कि अगले दिन कूड़ा ले जाने को अवश्य दे दें। क्योंकि घर का कूड़ा कई दिनों तक घर में नहीं रखना चाहिए। इससे वास्तु दोष उत्पन्न होता है और नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है।
रात को झाड़ू लगाने से लक्ष्मी जी रुष्ट हो जाती हैं
घर में झाड़ू आप खुद लगायें या किसी कर्मचारी से लगवायें, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि जहाँ तक संभव हो झाड़ू हमेशा दिन के समय ही लगायें। शाम और रात के समय झाड़ू लगाना अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि ऐसे में माँ लक्ष्मी आपके घर से नाराज हो जाती है। ज्योतिष शास्त्र का कहना है कि यदि आपको किन्हीं परिस्थतियों में शाम को झाड़ू लगानी ही हो तो ऐसी स्थिति में कूड़े को शाम के समय बाहर न फेंककर उसे डस्टबिन में ढककर रख दें और सुबह के समय बाहर फेंके। झाड़ू लगाने के बाद हल्के से पटककर उसकी धूल को घर के बाहर झाड़ देना चाहिए। ताकि झाड़ू की नकारात्मक ऊर्जा घर के बाहर चली जाये।
झाड़ू कहाँ रखें ताकि वास्तु दोष न उत्पन्न हो
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार झाड़ू को सैदेव दक्षिण पश्चिम अथवा पश्चिम दिशा में ही रखना चाहिए । झाड़ू को कभी ईशान दिशा या उत्तर पूर्व में कदापि नहीं रखना चाहिए। क्योंकि ये दैवीय दिशायें हैं। झाड़ू को ऐसे स्थान पर नहीं रखना चाहिए, जहाँ आप पूजा-पाठ करते हों। झाड़ू को घर में हमेशा ऐसे स्थान पर रखना चाहिए जहाँ घर में आने- जाने वालों की नजर झाड़ू पर न पड़े।
ऐसे में यह कहा जाना चाहिए कि झाड़ू को हमेशा छिपाकर रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र झाड़ू को किचेन में रखने को मना करता है। झाड़ू को ऐसे स्थान पर भी नहीं रखना चाहिए जिससे की वह आते-जाते पैरों से छुये। यह झाड़ू का अपमान होगा। झाड़ू को कभी भी खड़ी नहीं रखनी चाहिए । इससे घर में दरिद्रता का वातावरण बनता है। वास्तुशास्त्र कहता है कि झाड़ू को हमेशा लेटाकर रखें। झाड़ू ऐसे स्थान पर न रखें जहाँ आस पास आप धन रखते हों। ऐसा करने से घर में लक्ष्मी नहीं रुकतीं ।
टूटी या पुरानी झाड़ू घर में निराशा लाती है
घर में टूटी या घिसी हुई झाड़ू उपयोग में लाने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। इसलिए यदि घर में टूटी या पुरानी झाड़ू हो तो उसे तुरंत बदल दें। अधिक दिनों तक चलने वाली झाड़ू आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा के स्थान पर नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न कर सकती है। इसलिए अपने घर की झाड़ू बेकार होने से पहले बदल डालें। घर में नयी झाड़ू का आना लक्ष्मी के आगमन के समान है। इसलिए आप हमेशा झाड़ू का सम्मान करें। उसे उसके निश्चित स्थान पर रखें।क्योंकि झाड़ू का सम्मान आपके घर में धन लाभ का रास्ता प्रशस्त करती है।
झाड़ू घर की नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकालने का हथियार है
झाड़ू वह महत्वपूर्ण वस्तु है जो घर की नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकालकर सकारात्मक ऊर्जा को घर में लाती है। इसलिए झाड़ू को घर के अंदर ही नहीं बाहर तक लगानी चाहिए। घर के सामने का हिस्सा भी घर के अंदर की तरह ही साफ-सुथरा होना चाहिए। लक्ष्मी के घर के आगमन के स्थान द्वार पर झाड़ू नहीं रखना चाहिए। जहाँ तक संभव हो प्राकृतिक वस्तुओं से तैयार झाड़ू का ही उपयोग करना चाहिए। क्योंकि आर्टिफिशियल झाड़ू लक्ष्मी जी का प्रतीक नहीं है।