संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य पश्चिम में स्थित आइओवा नगर की घटना है ये | एक दिन वहां रहने वाले एक किसान मिस्टर ‘मिकाइल कोन ले ‘ की मृत्यु हो गई। वास्तव में मिकाइल बड़ा धन से सम्पन्न व्यक्ति था लेकिन अपने स्वाभाव से मजबूर वह हमेशा गन्दे कपड़े ही पहनता था। संयोग से उसकी मृत्यु भी जब हुई, वह गन्दे कपड़ों में ही था ।
उस समय एक कमीज, जो महीनों से नहीं धोई गई थी, पहने हुए ही उसकी संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई थी । इस मृत्यु की जाँच करने वाले अधिकारी ने उसके शव को देखकर कहा इसके पुराने कपड़े उतरवाकर और नए साफ़-सुथरे कपड़े पहना कर मुर्दा घर भेज दिया जाये। उस मृतक किसान के बेटे ने ऐसा ही व्यवस्था कर दी ।
नए, सफेद और स्वच्छ कपड़े पहनाकर लाश मुर्दा घर भेज दी गई। लड़का जैसे ही अपने घर लौटा उसने अपनी बहन को बेहोश पाया। काफी देर बाद होश में आने पर उसने अपने भाई को बताया मैंने अभी-अभी पिताजी को साफ, सफ़ेद कपड़ों में देखा।
वैसे कपड़े वे कभी नहीं पहनते थे। वे मुझसे कह रहे थे मेरी पुरानी कमीज मुर्दाघर में पड़ी है उसमें कुछ बिल और रुपये पड़े हैं। लड़की के इस प्रकार बयान को घर वालों ने और पड़ौस वालों ने भी उस समय तो बकवास कहा पर जब लड़के ने बताया कि हाँ सचमुच ही उनके पुराने कपड़े उतरवा कर मुर्दाघर में फिंकवा दिये गये हैं तो लोगों की दिलचस्पी और आतुरता भी बढ़ी।
थोड़ी देर के डिस्कशन के बाद उसके लड़के को ले कर आस पड़ोस के लोग मुर्दाघर गये। वहां एक कोने में राखी गयी कमीज उठाकर देखी गई तो उसमे सचमुच भीतर बड़ी सावधानी से एक थैली रखी हुई थी | उस थैली में बिल भी थे और कुछ रुपये भी रखे हुए थे । इस घटना से सभी आश्चर्यचकित रह गये और वहाँ उपस्थित सभी लोगों ने माना कि मृत्यु के पश्चात् भी जीवन है और मनुष्य की चेतना, शरीर की मृत्यु के बाद भी अपनी बौद्धिक क्षमता के साथ जीवित रहती है।