मुश्किल की घड़ी हर किसी के जीवन में आती है। यदि हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बात करें तो देश की आजादी के लिए अंग्रेजों से लोहा लेने वाले बापू के जीवन में अनगिनत मुश्किल की घड़ियाँ आयीं। लेकिन उन विकट से विकट संकट के क्षणों में उन्होंने एक ही मंत्र का जाप किया और उन कठिनाइयों की घड़ी से बाहर निकल आये। आज हम उसी चमत्कारिक मंत्र के बारे में चर्चा करेंगे।
क्या है वह मन्त्र
जिसका जाप करके हम कठिन से कठिन परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं। यह वह मंत्र है जिसके द्वारा पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने आम लोगों को दीक्षा प्रदान कर उनके जीवन को बदल कर रख दिया। यह अद्भुत मंत्र है गायत्री मंत्र, जो इस धरती पर रहने वाले लोगों के लिए भगवान की ओर से दिया गया वरदान है। मान्यता है कि यह मंत्र आकाशवाणी द्वारा प्राप्त हुआ था।
यह मंत्र इस प्रकार है–
ॐ भूर्भुवः स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गोदेवस्य धीमहि। धियो यो न: प्रचोदयात्।।
गायत्री मंत्र वह चमत्कारिक मंत्र है जिसके द्वारा आपका हृदय पवित्र हो जाता है। आप सत्य के पथ पर चलने के लिए प्रेरित होते हैं क्योंकि इस मंत्र का जाप करने से जन्म जन्मांतर के पाप कट जाते हैं। अब प्रश्न यह उठता है कि इस पाप की पारिभाषा क्या है? इसका उत्तर है कि जो विचार हमें गलत रास्ते पर ले जाने के लिए प्रेरित करें, वही पाप है।
गायत्री मन्त्र जपने के लाभ
गायत्री मंत्र हमारे अंदर के ईर्ष्या, द्वेष और लोभ आदि के दुर्गुणों का नाश कर हमें सत्य पथ पर चलने वाला बनाता है। गायत्री मंत्र वह चमत्कारिक मंत्र है जिसके लगातार जाप करने से हम अपने हाथों की लकीरों में भी बदलाव ला सकते हैं। न जाने कितने लोगों ने इस मंत्र को अपना कर अपनी भाग्य, धन ओर आयु की रेखा ही बदल डाली।
पंडित जयराम त्रिवेदी के अनुसार “गायत्री मंत्र चंद शब्दों का वह जादू का पिटारा है। जिसने भी उसे खोला वह तन, मन और धन तीनों का मालिक बन गया।” यह सच है कि गायत्री मंत्र का जाप असंभव को भी संभव बना सकता है।
गायत्री मन्त्र भविष्य बदल सकता है
वह हमारी हाथ की रेखाओं के दोषों को दूर कर उन्हें सही दिशा में विकसित कर देता हैं, जिसके कारण भाग्य चमक उठता है। घर में धन का आगमन होने लगता है। बीमार के स्वास्थ्य में सुधार होने लगता है। इस मंत्र के जाप के द्वारा लोगों ने अपने असाध्य रोगों को भी ठीक किया है।
यह वह जादुई मंत्र है, जिसके द्वारा हम अपनी आयु को बढ़ा सकते हैं। अब सवाल यह उठता है कि गायत्री मंत्र का जाप किस प्रकार किया जाये कि हमें उसका पूरा लाभ प्राप्त हो। गायत्री मंत्र के जाप के लिए आपको ब्रह्ममुहूर्त में जागना होगा।
गायत्री मन्त्र का जप कैसे करें
सबसे पहले स्नान आदि करके तन, मन और वचन तीनों को पवित्र कर लें। उसके बाद साफ-सुथरे सूती वस्त्र पहनें फिर कुश का आसन बिछाकर पूर्व की ओर मुंह करके बैठ जायें। फिर तुलसी या चंदन की माला से इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
इस मंत्र का जाप करते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि उस समय हमारे मस्तिष्क में अन्य कोई विचार न आये। आप अपने आपको मां गायत्री के चरणों में समर्पित कर दें जैसे कि एक छोटा सा बालक अपनी माँ की गोद में जा पहुंचता है।
इस मंत्र को इसी भावना के साथ करें। इस मंत्र को सदैव शांत वातावरण में सुबह या शाम दोनों में से किसी भी समय किया जा सकता है। बस आपको यह ध्यान रखना होगा कि शाम के समय आपका मुँह जाप करते समय पूर्व के स्थान पर पश्चिम की दिशा में होना चाहिए।
यह मंत्र आपके शरीर में अलौकिक ऊर्जा को बढ़ाता है। इस मंत्र का जाप मानसिक रूप से भी किसी भी समय किया जा सकता है। जब आप किसी संकट में हों तो इस मंत्र का मन ही मन जाप करें फिर उसका प्रभाव देखें।
नौकरी-रोजगार पाने के लिये अचूक है गायत्री मन्त्र
नौकरी-रोजगार पाने के लिये इस गायत्री मंत्र का दैनिक जाप करने से हमें सकारात्मक परिणाम देखने को मिलें हैं। वाराणसी के प्रसिद्ध सर्जन डॉ. पी. के. श्रीवास्तव हर दिन ऑपरेशन करने सें पहले माँ गायत्री का आवाहन कर गायत्री मंत्र पढ़ते हैं।
जिसके कारण उनका आज तक कोई ऑपरेशन असफल नहीं हुआ। इस मंत्र के चमत्कार के किस्से देश-विदेश में सुनने को मिलते हैं। दुकानों पर गायत्री मंत्र के जाप की ध्वनि व्यवसाय में लाभ पहुँचाती है।
वहीं घरों में इस मंत्र का जाप सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। जिससे वातावरण मंगलमय हो जाता है। इस मंत्र को गुरु-मंत्र भी कहा जाता है क्योंकि प्राचीन काल में दीक्षा देते समय गुरु अपने शिष्यों कों इस मंत्र को प्रदान करते रहें हैं।
शत्रुओं पर जीत हासिल करने के लिए अतुलनीय है गायत्री मन्त्र
अगर आपको अपने शत्रुओं पर जीत हासिल करनी है। परिवार में सुख-शांति लानी है तो इस अदभुत मंत्र को अवश्य अपने जीवन में शामिल करें। गायत्री मंत्र का प्रयोग प्राचीन काल में गुरु अपने शिष्यों को शिक्षा देते समय करते थे।
वह अपने आश्रम में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को नित्य गायत्री मंत्र का जाप कराते थे। जिसके कारण वे अल्पकाल में ही तमाम विधाओं को सीख लेते थे।
सुरक्षा कवच तैयार कर देता है गायत्री मन्त्र
गायत्री मंत्र वह चमत्कारी मंत्र है जिसको पढ़ने से आपके चारों ओर एक सुरक्षा कवच तैयार हो जाता है, जो आपको हर संकटों से सुरक्षित रखता है। जिन दंपत्ति के संतान न हो पा रही हो तो उन्हें अवश्य इस गायत्री मंत्र की शरण में आना चाहिए क्योंकि यह मंत्र शीघ्र लाभ पहुँचाने में सहायक सिद्ध होगा।
गायत्री मंत्र पढ़ने वाले व्यक्ति के चेहरे पर दृढ़ता नजर आने लगती है। अपने लक्ष्य को साधने के लिए गायत्री मंत्र एक अचूक मंत्र है। जिसने इस मंत्र की साधना को जान लिया उसने दूसरा जीवन पा लिया।