हमारी नींद में सपने क्यों आते हैं? सपनों के आने का वास्तविक कारण क्या है़ ? क्या उन सपनों का हमारे पूर्व जन्म या वर्तमान जन्म से कोई जुड़ाव होता है? नींद में दिखने वाले स्वप्न कितने सच होते हैं और कितने झूठ? हमारे जीवन से स्वप्नों का क्या संबंध है? कोई स्वप्न हमें क्या बताना चाहता हैं? ऐसे ही स्वप्न से जुड़े हुए तमाम प्रश्न हमारे मन-मस्तिष्क में उत्पन्न होते रहते हैं।
जब हम नींद में दिखने वाले इन विभिन्न स्वप्नों के रहस्य को जानेंगे तो आश्चर्यचकित रह जाएंगे। क्योंकि नींद में दिखने वाले यह स्वप्न कभी-कभी सुख और समृद्धि का द्वार खोलते हैं तो कभी हमें ये आने वाली मुसीबतों का संकेत भी देते हैं। कभी-कभी तो ऐसा भी होता है़ कि उन सपनों का हमारे जीवन से कोई लेना-देना नहीं होता है।
स्वप्न तो हम सब देखते हैं पर क्या आपने कभी सोचा है कि अलग-अलग प्रकार के सपने जो आपकी सुप्तावस्था में आते हैं, उनका भी एक विज्ञान होता है। इस विज्ञान के अनुसार, लगभग 80 – 90% सपने सिर्फ हमारी अधूरी इच्छाओं का प्रतीक होते हैं और हमारे अवचेतन मष्तिष्क से सपनों में प्रवेश कर के एक वीडियो रिकॉर्डिंग की तरह चलते जाते हैं।
परंतु ऐसे सपनों का कोई औचित्य नहीं होता और ये मुफ्त में देखे जानी वाले सिनेमा की तरह सिर्फ एक छलावा मात्र होते हैं। हम आज यहाँ बात कर रहे हैं उन 10 – 20% स्वप्नों की जो आपको स्वतः ही एहसास करा देंगे कि वो आपके दिन में देखे गए किसी दृश्य या किसी अधूरी इच्छा और विचार से अलग होते हैं। ये सपने आपके भूतकाल से जुड़े होते हैं और आपके भविष्य के जीवन की ओर कुछ इशारा करते हैं।
आज हम आपके लिए ऐसे ही कुछ सपनों का अर्थ ले कर आए हैं जिनके आपके द्वारा सपने में आने का एक विशेष अर्थ होता है, तो आइए जानें इन विशेष स्वप्नों को। सपने में मंदिर देखना कितना शुभ है और कितना अशुभ, आज हम इस बात की विस्तार से चर्चा करेंगे।
सीता जी के आँसू गिरे थे जहाँ श्री राम से बिछड़ के
जब हम आपसे यह प्रश्न करेंगे कि यह स्वप्न हमें कब आते हैं? तो निश्चित रूप से आपका जवाब होगा कि स्वप्न हमें तब आते हैं जब हम नींद में होते हैं। लेकिन आपका यह उत्तर शत प्रतिशत सत्य नहीं है। वास्तव में सपने हमें उस अवस्था में दिखाई देते हैं जब हम न सो रहे होते हैं और न ही जाग रहे होते हैं।
मंदिर का सपना देखने से क्या होता है
यह एक विशेष प्रकार की मानसिक अवस्था होती है जो सोने और जागने के बीच की होती है। आध्यात्म की भाषा में इसे तुरीय अवस्था कहते हैं। जहाँ तक स्वप्न में मंदिर देखने का प्रश्न है़ तो हम लोग अपने स्वप्न में तरह-तरह के मंदिर को देखा करते हैं। मंदिर का सपना देखने से हमारे जीवन में अच्छा परिणाम भी उपस्थित हो सकता है और बुरा परिणाम भी।
ये इस पर निर्भर करता है कि हम सपने में किस प्रकार का मंदिर देखते हैं, अर्थात वो उजड़ा हुआ है या भव्य सजा हुआ है। सपने में हमने जिस मंदिर को देखा है वो अपने देवता या भगवान के साथ है या बिना देवता का मंदिर है, इस बात पर भी, मंदिर का सपना देखने का फल निर्भर करता है। इन सब के अतिरिक्त सपने में अलग-अलग देवता के मंदिर देखने के अलग-अलग फल होते हैं इसीलिए प्रत्येक मंदिरों के स्वप्न विचार की पृथक-पृथक चर्चा करेंगे।
सपने में बहुत पुराना मंदिर देखना
खुश हो जाइए क्योंकि सपने में दिखाई पड़ने वाला पुराना मंदिर इस बात का एक बहुत ही शुभ संकेत है कि आपके बहुत से बिगड़े काम अब बनने वाले हैं। प्राचीन मंदिर आपकी किसी बहुत पुरानी समस्या का द्योतक है और चूँकि वह भगवान का द्वार है तो विशेषज्ञों के अनुसार ये इस बात की ओर इंगित करता है कि आपकी वह पुरानी समस्या सुलझने वाली है।
एक विशेषज्ञ के अनुसार, बहुत पुराने मंदिर का सपना इस बात का भी प्रतीक है कि किसी बहुत ही पुराने मित्र या ऐसे रिश्तेदार जिनका आप बहुत आदर करते हैं, उनसे आपकी दोबारा मुलाकात होने वाली है। आपके जीवन में एक नया अध्याय शुरू होगा जो कि आपके लिए एक बहुत बड़ा परिवर्तन होगा।
सपने में देवी देवता देखने से क्या होता है
आम तौर पर लोग मानते हैं कि सपने में देवी देवता देखने से हमेशा अच्छा फल ही मिलता होगा किन्तु ऐसा नहीं है। कभ-कभी तो देवी देवता सपने में हमें संकेत देने आते हैं। कभी-कभी ये संकेत हमारे कर्मों से सम्बंधित होते है जिनमे वे हमारे बुरे कर्मों के प्रति सावधान कर रहे होते हैं और कभी-कभी ये संकेत हमारे उन प्रारब्ध से सम्बंधित होते है जिन्हे टाला नहीं जा सकता।
सपने में देवी देवता कभी-कभी हमें किसी जटिल समस्या का समाधान बताने भी आ जाते हैं जिन्हे हम सामान्य जीवन में नहीं सुलझा सकते। ये समाधान अक्सर एक पहेली के रूप में होते हैं जिन्हे सपने से जागने पर हम अकस्मात् ही सुलझा लेते हैं। लेकिन कई बार सपने में सुलझाई गयी उस जटिल समस्या का समाधान बिलकुल अस्पष्ट होता है।
सपने में देवी मंदिर देखना
यदि आप अपने स्वप्न में किसी देवी मंदिर को देखते हैं तो यह स्वप्न इस बात को बताता है कि आपका, नारी जाति के प्रति अपार श्रद्धा एवं सम्मान है। साथ ही स्वप्न में देवी मंदिर देखना यह संकेत देता है़ कि निकट भविष्य में आपके जीवन में किसी स्त्री विशेष से आपको लाभकारी सहयोग मिलने वाला है।
स्वप्न में देवी मंदिर का दिखना, देवी माँ द्वारा आपकी मनोकामना पूर्ण करने का भी संकेत देता है। स्वप्न में देवी मंदिर देखने के बाद आपको किसी शुक्रवार के दिन माँ दुर्गा देवी के मंदिर में जाकर उनको फूल-माला, लाल चुनरी, नारियल और मिष्ठान आदि अपनी श्रध्दा के अनुसार चढ़ाना चाहिए। साथ ही अपने सामर्थ्य के अनुसार 5 या 7 कन्याओं को भोजन कराना चाहिए। जिससे की भविष्य में भी देवी माँ की कृपा बनी रहे।
सपने में शिव मंदिर देखना
यदि आप सपने में शिव मंदिर देखते हैं तो यह इस बात का संकेत है कि आपके लिए सफलता का द्वार खुलने वाला है। भगवान शिव आप पर अपनी कृपा बरसाने वाले हैं। आपके करीयर या व्यवसाय संबंधी समस्या का निराकरण होने वाला है़।
शिव मंदिर को स्वप्न में देखने के बाद आपको सोमवार के दिन शिवलिंग पर दूध मिश्रित जल चढ़ाना चाहिए और शिवलिंग के सामने बैठकर पञ्चाक्षर मन्त्र ‘नमः शिवाय’ का जाप करना चाहिए। जिससे कि भगवान शंकर की कृपा जो आपको अभी तक नहीं मिल पाई है वह शीघ्र प्राप्त हो सके ।
सपने में हनुमान मंदिर देखना
स्वप्न में हनुमान मंदिर देखना इस बात का आभास कराता है कि अपने जीवन की विषम से विषम परिस्तिथियों का सामना करने के लिए आप मानसिक और शारीरिक रूप से बलवान हो चुके हैं। क्योंकि यह बल हनुमान जी ने आपको प्रदान कर दिया है। स्वप्न में हनुमान मंदिर देखने के बाद आप किसी मंगल या शनिवार के दिन हनुमान मंदिर जाकर बजरंगबली को बेसन के लड्डू चढ़ायें और पूरी श्रध्दा के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करें।
सपने में केदारनाथ मंदिर देखना
सपने में भगवान शिव का मंदिर देखना उसमें भी भोले बाबा के महातीर्थ केदारनाथ के दर्शन करना तो बहुत दुर्लभ सुखद संयोग है। यह संयोग कहीं न कहीं आपके पूर्व जन्म से भी जुड़ा हुआ है जब आप एक महान शिव भक्त रहे होंगे और यह इस बात का द्योतक है कि भगवान शिव आपसे प्रसन्न हैं।
भोले बाबा ने स्वयं आ कर आपको दर्शन दिया है तो इसका मतलब है आप भगवान शिव के सबसे प्यारे भक्तों में से एक हैं। इसलिए आप भगवान शंकर की भक्ति नियमित रूप से करते रहें, उनको शुद्ध ह्रदय से धन्यवाद करें और अपने निकट के शिव मंदिर में उनका दर्शन करने जायें।
इस स्वप्न के आने से आपको यह पता चल गया है कि भगवान शिव ने आपका हाँथ थामा हुआ है, वह आपका मार्गदर्शन करेंगे और आपके हर कार्य में हर तरह से आपको सफलता दिलायेंगे।
सपने में टूटा हुआ मंदिर देखना
टूटा हुआ जर्जर मंदिर सपने में दिखना अच्छा संकेत नहीं है। यह एक अशुभ संकेत है जिससे आपको सचेत हो जाना चाहिए। यह आपके किसी दृढ़ निश्चय या आस्था के टूटने का संकेत हो सकता है। आपके किसी संभावित कष्ट में पड़ने की भी संभावना हो सकती है।
जैसा कि हमने इस लेख में बताया हुआ है, आप किसी भी संकट के आने पर घबरायें नहीं और साहस के साथ विवेक से उस संकट का सामना करें। आप ईश्वर से प्रार्थना करें कि आपको अपने जीवन में हर छोटी-बड़ी हानि होने से बचायें।
संभव हो पाए तो गजेंद्रमोक्ष स्तोत्र (इसमें वर्णित है कि जब एक गज यानी हांथी को एक मगरमच्छ ने अपना शिकार बना कर शिकंजे में कस लिया था तो उस हांथी ने भगवान विष्णु की आराधना करते हुए उनसे करुण गुहार लगायी कि वो उसकी जान बचायें तो विष्णु ने अवतरित हो कर मगरमच्छ से उसको बचाया था) और संकटमोचन हनुमान अष्टक का पाठ करें। प्रभु बहुत दयालु हैं, वो आने वाले हर संकट से आपकी रक्षा करेंगे।
सपने में मंदिर को टूटते हुए देखना
मंदिर का टूटना यह दर्शाता है कि आपकी कोई ऐसी बड़ी धारणा बदलने वाली है जिसमें आप बहुत ज़्यादा विश्वास करते हैं। यह धारणा किसी व्यक्ति के बारे में हो सकती है जिसके ऊपर आप बहुत अधिक भरोसा करते हैं पर उसके बारे में आपको कुछ ऐसा पता चले कि उस व्यक्ति के बारे में आपकी सोच बदल जाए।
या फिर यह आपके किसी ऐसे विचार जिसके बारे में आप दृढ़ता से सोचते हैं, आपकी उस सोच के बदलने का भी संकेत हो सकता है। इस परिवर्तन में शायद आपको थोड़ा सा दुःख या तकलीफ भी हो सकती है क्योंकि परिवर्तन अक्सर ही कष्टदायक होता है।
पर इसको आप एक सकारात्मक संकेत ही मानें कि इस परिवर्तन के बाद जब एक नया सवेरा होगा तो वह आपको एक नयी सोच के साथ ज़िंदगी में एक नयी दिशा की ओर ले जाएगा।
सपने में कामाख्या देवी देखना
स्वप्न में मंदिर दिखना तो हमेशा ही शुभ माना जाता है और विशेषकर कि यदि कामाख्या देवी माता का मंदिर दिखे तो आप इसको माँ कामाख्या का आशीर्वाद समझें। यह इस बात को दर्शाता है कि अपने जीवन में आप जो भी कर रहे हैं, वह सही है और आप उसी मार्ग पर दृढ़ता से आगे बढ़ते रहें।
कामाख्या देवी जगत की महाशक्ति माता महामाया का ही रूप हैं और एक तरह से यह स्वप्न ऐसा भी संकेत है कि आपको कोई बहुत बड़ी सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होने वाली है। इसलिए बहुत अच्छा रहेगा यदि आप माँ कामाख्या के मंदिर का दर्शन कर के आयें और अपना जीवन सफल बनायें।
सपने में दुर्गा मंदिर देखना
दुर्गा माँ का मंदिर सपने में दिखना इस बात का द्योतक है कि माता रानी आपसे प्रसन्न हैं। आपने कुछ ऐसे अच्छे कार्य किए होंगे, किसी की मदद की होगी या स्त्रियों के साथ आदर सहित व्यवहार किया होगा जिससे देवी माता आपसे अति प्रसन्न हैं।
आप माता रानी के मंदिर में जा कर उनका दर्शन करें, उनकी पूजा-अर्चना कर के उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें और हो सके तो 5, 7 या 9 कुंवारी कन्याओं को अच्छा भोजन खिला कर एवं उनको उपहार देकर प्रसन्न करें, इससे देवी माँ और भी अधिक प्रसन्न होंगी।
सपने में शीतला माता का मंदिर देखना
जैसा कि नाम से ही विदित है कि शीतला माता मन को शीतलता प्रदान करने वाली देवी माँ हैं जिनके आशीर्वाद से भक्तों की रोग-दोष से मुक्ति हो जाती है। सपने में मंदिर का दिखलाई पड़ना अपने आप में एक शुभ संकेत तो है ही और उसमें शीतला माता का मंदिर इसका संकेत देता है कि आने वाले समय में आपका स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है और कष्टों से आपकी मुक्ति होने वाली है।
संभव हो पाए तो आप स्कंदपुराण में वर्णित शीतलाष्टक स्तोत्र का पाठ नियमित रूप से करें, इसकी पुस्तक आपको आम तौर पर किसी भी पूजा-पाठ की सामग्रियों वाली दुकान पर मिल जाएगी।
सपने में वैष्णो देवी मंदिर देखना
सपने में वैष्णो देवी माँ के दर्शन इस बात को दर्शाता है कि आपमें भक्ति भावना और आध्यात्मिकता का बढ़ोत्तरी हुई है। वो कहते हैं ना कि वैष्णो देवी माँ के दर्शन का सौभाग्य तभी मिलता है जब माँ स्वयं ही भक्त को बुलाती हैं, स्वप्न के साथ भी कुछ ऐसा ही है। वैष्णो माता के दर्शन का महान अवसर हर किसी को ऐसे ही नहीं मिल जाता, बहुत ही किस्मत वालों को मिलता है माँ का दर्शन, चाहे वो स्वप्न का ही क्यों न हो।
सपनों को आप प्रकृति द्वारा प्रदान किए गए एक अवसर के रूप में देखें जिसके द्वारा देवता या आपके पूर्वज आपके अवचेतन मन को कोई संदेश देना चाहते हैं। देवी-देवताओं या उनके मंदिर का सपने में दिखना जीवन में किसी विशेष अच्छे सन्देश की ओर संकेत करता है, इन संदेशों को समझ कर उचित कार्य करें जिससे आपको कष्टों से मुक्ति मिले और आप जीवन में पूर्णतया सुखी एवं संपन्न बनें।
सपने में बिना देवता वाला मंदिर देखना
यदि आप अपने स्वप्न में एक ऐसा मंदिर देखते हैं जिसमें उस मंदिर के देवी या देवता की मूर्ति नहीं है। तो यह भी आपके भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। यह स्वप्न आपको इस बात का संकेत देता है कि आपके इष्ट देवता आपसे प्रसन्न नहीं है।
आपके किसी कार्य से देवी या देवता रुष्ट हैं। ऐसे मैं आपको यह स्मरण करना चाहिए कि आपने ऐसा कौन सा कार्य किया है। जो धर्म की दृष्टि से कदापि उचित नहीं है। इसके प्रायश्चित के लिए उपाय कर लेना चाहिए।
सपने में कुलदेवता को देखना
कुलदेवता का स्वप्न में दिखना आम तौर पर बहुत शुभ है परंतु यह इस पर भी निर्भर करता है कि वो मुस्कुरा रहे थे या क्रोधित थे। अगर वो मुस्कुरा रहे हैं या आपने उनका सौम्य रूप में दर्शन किया है तो वह इस तरफ संकेत है कि आपके जीवन में हर तरह से प्रगति होगी।
परंतु अगर वो नाराज़ दिख रहे हैं या आपने उनका क्रोधित रूप में दर्शन किया है तो याद करिए आपने या आपके माता-पिता में से किसी ने कुछ मनौती मानी हो जैसे किसी गरीब को खाना खिलाना या मंदिर में कुलदेवता के दर्शन करना और आपका काम हो जाने के बाद भी आपने वो माना हुआ कार्य पूरा ना किया हो। इसकी प्रबल सम्भावना होगी। अगर ऐसा है तो अविलम्ब उस कार्य को पूर्ण करिये अन्यथा अनर्थ होने की सम्भावना बानी रहेगी।
सपने में मंदिर में मूर्ति देखना
वैसे तो मंदिर देखना, जैसा कि हमने इसी आर्टिकल में ऊपर बताया हुआ है, बहुत शुभ बात है परंतु किसी मंदिर के अंदर मूर्ति देखना शुभ भी हो सकता है और अशुभ भी। यह इस बात पर निर्भर करता है कि मूर्ति किस अवस्था में है।
यदि मूर्ति सही है तो यह एक अच्छा संकेत है कि आपके दुःख-दर्द सब दूर होने वाले हैं परंतु यदि वह मूर्ति टूटी-फूटी और जर्जर हो तो वह आप पर आने वाली किसी आपत्ति का संकेत हो सकता है। टूटी हुई मूर्ति दिखने पर भी घबरायें नहीं क्योंकि प्रकृति का संकेत कभी भी इसलिए नहीं होता कि आप निराश हो जायें बल्कि वह इसलिए है कि सावधान हो कर अपने को और मज़बूत करते हुए किसी भी विपत्ति का अपनी पूरी क्षमता से डट कर सामना करें।
सपने में ऐसा मंदिर देखना जिसके कपाट बंद हो
यदि स्वप्न में आप ऐसा मंदिर देखते हैं जिसके कपाट बंद हों तो यह भी आपके लिए चिंतनीय है बल्कि ऐसे स्वप्न आपको यह बताते हैं कि यह समय आपके लिए अनुकूल नहीं है। ऐसी स्थिति में आपको किसी नये काम को करने से बचना चाहिए। ऐसी स्थिति में आप हर सुबह पञ्चाक्षर मन्त्र ‘नमः शिवाय’ का जाप करें ताकि बुरा समय बिना किसी अनिष्ट के बीत जाये।
सपने में किसी प्रसिध्द प्राचीन मंदिर देखना
यदि आप अपने स्वप्न में बहुत प्रसिध्द प्राचीन मंदिर देखते हैं तो ऐसे में यह मान कर चलिए कि आप पर ईश्वर की कृपा होने वाली है। आपको धन-सम्पति या किसी मनचाही वस्तु का लाभ होने वाला है़। प्राचीन मंदिर का दिखाई देना शुभ लाभ का संकेत है़। ऐसी स्थिति में आपको भगवान विष्णु का ध्यान कर उनके सहस्त्र नामों का जाप करना चाहिए।
सपने में भगवान कृष्ण का मंदिर देखना
स्वप्न में भगवान कृष्ण का मंदिर देखना अविवाहित स्त्री/पुरुषों के लिए विवाह के अवसर प्रदान करता है़। पति पत्नी के संबंधो में माधुर्य लाता है़। साथ ही प्रेम-प्रसंगों को गति प्रदान करता है़। भगवान श्री कृष्ण का मंदिर, स्वप्न में दिखने पर उन्हें माखन का भोग लगायें। इससे कल्याण होगा।
सपने में खाटू श्याम मंदिर देखना
खाटू श्याम बाबा का मंदिर आपको अपने सपने में दीखता है तो आप बहुत किस्मत वाले हैं, इसका मतलब है कि आपको बाबा खाटू श्याम का आशीर्वाद प्राप्त हो गया है। किसी भी देवता के मंदिर को देखना बहुत शुभ ही माना जाता है।
खाटू श्याम भगवान कृष्ण और विष्णु जी का ही रूप माने जाते हैं जो हर असहाय और निर्बल भक्तों की सहायता करते हैं। ऐसा स्वप्न इस बात की ओर संकेत करता है कि बाबा खाटू श्याम अब आपके जीवन से सभी कष्टों से आपको निकालने वाले हैं।
सपने में गणेश भगवान का मंदिर देखना
स्वप्न में भगवान श्री गणेश का दिखना हमारे लिए अत्यंत शुभ होता है़। यह स्वप्न हमें इस बात का संकेत देता है़ कि हम यदि कोई भी नया काम करेंगे तो उसमें सफलता तय है़। भगवान गणेश का स्वप्न देखने पर उन्हें दूर्वा घास और मोदक चढ़ाये जाने चाहिए। इससे बल और बुद्धि का विकास होता है़।
सपने में बरम बाबा का स्थान देखना
बरम बाबा (ब्रह्म बाबा का अपभ्रंश) के स्थान के बारे में आपको बताते हैं, भारत के कई राज्यों में पीपल के पुराने विशालकाय पेड़ों के नीचे भक्तों के द्वारा बरम बाबा की पूजा की जाती है। ये कोई एक पंडित या पुजारी नहीं हैं बल्कि भक्तों का ऐसा विश्वास है कि बरम बाबा पीपल के पेड़ पर रहते हैं परंतु किसी को दिखाई नहीं पड़ते लेकिन वहाँ पर गुहार लगाने वाले पीड़ित भक्तों के कष्टों को हर लेते हैं।
इनमें से सबसे प्रसिद्ध है उत्तर प्रदेश के बाँदा जिले में विशाल 300 साल पुराने पीपल के पेड़ के नीचे बरम बाबा का धाम। विशाल संख्या में बीमार या भूत-प्रेत से पीड़ित भक्त इस पीपल के पेड़ की परिक्रमा करते हैं और ऐसा माना जाता है कि बहुत से भक्तों को असाध्य रोगों से ठीक होते देखा गया है।
इसलिए सपने में बरम बाबा को देखना मतलब स्वप्न में पीपल के पेड़ के दर्शन होना जो कि एक बहुत ही शुभ स्वप्न है। पीपल के वृक्ष को सनातन धर्म में बहुत ही पूज्यनीय स्थान प्राप्त है और उसको रोग-दोष नाशक एवं समृद्धि प्रदान करने वाला माना जाता है।
बरम बाबा का ऐसा पूजा स्थल दिखना आपके लिए बहुत सौभाग्य की बात है। समझ लीजिए कि अब आप एक नयी ऊर्जा के साथ अपने कारोबार या नौकरी में प्रगति करेंगे या कर सकते हैं जिससे आपको व्यापार में फायदा और नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है।
ऐसा स्वप्न दिखने पर आप पीपल के पेड़ के नीचे जा कर बरम देवता को प्रणाम करके उनकी पूजा मिटटी का दीपक जला कर एवं परिक्रमा कर के अवश्य करें।
सपने में देवी देवताओं की मूर्ति देखना
भगवान की मूर्ति यदि खंडित नहीं है तो यह एक बहुत शुभ बात है। ऐसा स्वप्न आना इस बात की ओर एक संकेत है कि आप का आध्यात्मिकता की ओर रुझान बढ़ा है और ईश्वर के साथ आपके अवचेतन मन का साक्षात्कार हुआ है।
आप जो अपना कर्म कर रहे हैं वह सही दिशा में है, उसको बनाए रखें और भगवान की नियमित पूजा-अर्चना करते रहें। यदि खंडित मूर्ति दिखती है तो जो भी गलत कर्म आपसे हुआ हो उसके लिए शुद्ध ह्रदय से ईश्वर से क्षमा मांग लें।
स्वप्न में वह मंदिर दिखाई देना जहाँ आप जा चुके हैं
यदि आप स्वप्न में वह मंदिर देखते हैं जहाँ आप जा चुके हैं तो यह स्वप्न इस बात का संकेत है कि वहाँ के देवी या देवता आपको फिर बुला रहे होते हैं । उदाहरण के लिए यदि आप हर वर्ष मां वैष्णो देवी या पूर्णागिरि के धाम जाते हैं लेकिन व्यस्तता वश पिछले कई वर्षों से वहां नहीं जा पा रहे हैं तो ऐसे में वहां उस मंदिर के देवता स्वप्न के माध्यम से आपको पुकार रहे होते हैं।
छत्तीसगढ़ का भूतेश्वर नाथ मंदिर, जहाँ का शिवलिंग प्रतिवर्ष बढ़ता जा रहा है
आपको समय निकालकर उस तीर्थ पर जाने का प्रोग्राम अवश्य बनाना चाहिए। आपके स्वप्न में दर्शन किया हुआ मंदिर दिखाई देना इस बात का भी संकेत देता है कि आपने उस मंदिर के देवी या देवता से अपने किसी कार्य के लिए माँगी गई मनौती पूरी होने के बाद भी आपने उस मंदिर के देवता को धन्यवाद नहीं किया हैं। इसलिए ऐसे में यदि आपने उस मंदिर से जुड़ा हुआ कोई अनुष्ठान या पूजन बोला हुआ है तो वहाँ जाकर अवश्य पूर्ण करा लें।
सपने में मंदिर पर पैसा चढ़ाना
अगर आप सपने में मंदिर में पैसा चढ़ा रहे हैं तो ये सपना बहुत ही शुभ है क्योंकि शीघ्र ही आपकी कोई बड़ी मनोकामना पूरी होने वाली है। वैसे भी सपने में पैसे दिखने का अर्थ होता है कि जल्द ही आप को कुछ धन-संपत्ति मिलने वाली है। अब आपको ऐसा स्वप्न आया है तो आप मंदिर जा कर ईश्वर की आराधना अवश्य करें, पैसे का अंशदान करें और मंदिर के बाहर बैठे गरीबों को भी दान-पुण्य करें।
सपने में सफेद मंदिर देखना
यदि आप अपने स्वप्न में सफेद रंग का मंदिर देखते हैं तो यह इस बात का संकेत है कि आपको जाने-अनजाने प्रभु के दर्शन हो सकते हैं। क्योंकि इस समय प्रभु की आप पर असीम कृपा है़। ऐसी स्थिति में घर में विधिविधान से श्री रामचरितमानस का पाठ या देवी जागरण कराया जाना चाहिए। जिससे घर में सुख और समृद्धि का आगमन होता रहे।
वास्तव में सफ़ेद, चटकीला मंदिर को अपने सपनो में देखना आपके लिए बहुत ही शुभ संकेत है, इसको आप एक तरह से वरदान ही समझ सकते हैं। आपको अपने जीवन के इस पड़ाव में कई बड़ी अच्छी खबरें मिल सकती हैं या आपको अपने बिज़नेस, व्यापार में कोई बहुत बड़ा फायदा हो सकता है। अगर आप नौकरी करते हैं तो कोई बहुत बड़ा प्रमोशन या फिर किसी बहुत बड़ी कम्पनी में किसी बड़े पद का ऑफर मिल सकता है आपको।
कुल मिला कर ये बहुत बड़े आनंद का अवसर प्राप्त होने की ओर भी इशारा करता है। उसमें भी सबसे अच्छी बात यह है कि सफ़ेद मंदिर इस बात का भी संकेत है कि आपको अपने जीवन में ये खुशियाँ और सफलतायें प्राप्त करने के लिए किसी गलत तरीके से पैसा कमाने, रिश्वत देने इत्यादि की आवश्यकता नहीं पड़ेगी क्योंकि सफ़ेद रंग प्रतीक है पूर्ण निष्ठा से सफलता प्राप्त करने का, तो इस सही तरीके से मिलने वाली सफलता के लिए ईश्वर को धन्यवाद दें और इसका आनंद उठायें।
एक बार भोपाल की श्रीमती अपर्णा खरे ने स्वप्न ने में एक देवी मंदिर देखा। उन्होंने यह भी देखा कि उस मंदिर की देवी की मूर्ति के आंखों से अश्रु की धारा बह रही है। श्रीमती अपर्णा खरे को यह स्वप्न देख कर बड़ा असहज लगा। वह उसी दिन नहा-धोकर अपने शहर के प्रसिद्ध देवी मंदिर मैं गई। वहां जाकर उन्होंने उस मंदिर की देवी को प्रणाम किया। लेकिन जब वह दर्शन करके वापस सीढ़ियों से उतर रही थी तो उन्होंने देखा कि एक छोटी लड़की सीढ़ियों पर बैठी रो रही है।
अपर्णा खरे ने उस रोती हुई बच्ची से उसके रोने का कारण पूछा, तो उसने बताया कि वह अपने घरवालों से बिछड़ गई है। श्रीमती अपर्णा खरे ने इस बात की सूचना मंदिर के पास के पुलिस स्टेशन पर लिखवाई और पुलिस स्टेशन से अनुमति लेकर उस बच्ची को अपने घर ले आयीं।
उसे प्यार से अपनी गोदी में बैठाया और खाने-पीने के लिए अच्छा-अच्छा सामान दिया। शाम को उस बच्ची के घर वाले उसे लेने आ गए। कहने का अर्थ यह है कि स्वप्न में देवी माँ श्रीमती अपर्णा खरे द्वारा उस लड़की की सहायता कराना चाहती थीं। इसीलिए उनके स्वप्न में आयीं थीं।
कुल मिलाकर निष्कर्ष के रूप में यह कहना है कि स्वप्न में मंदिर का देखना हमें आध्यात्मिक कार्यों से जोड़ना चाहता है ताकि हम प्रभु की उस कृपा को पा सकें। जिससे की हम वर्तमान में वंचित है।