भारत की 10 सबसे डरावनी जगहों में से एक कुलधरा, जो की राजस्थान के जैसलमेर शहर से 18 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम दिशा में है, किसी समय पर पालीवाल ब्राह्मणों का एक समृद्ध गाँव हुआ करता था।
इस कुलधरा गाँव में आखिर ऐसा क्या हुआ कि आज ये सबसे डरावनी जगहों में से एक है? हाँलाकि इसका लिखित वर्णन किसी भी किताब में तो नहीं मिलता है।
भारत सरकार ने इसकी लोकप्रियता को देखते हुए यहाँ पर्यटन के लिए काफी काम किया है और दिन में तो यहाँ पर काफी लोग आते हैं लेकिन सूर्यास्त के बाद आज भी ये गाँव पूरी तरह से सुनसान हो जाता है।
वैसे अभी यह जगह भारतीय पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है। इसी कारण से कई अन्य भयानक और डरावनी जगहों की तरह कुलधरा को देखने के लिए भी काफी पर्यटक आते हैं।
जो कुछ कही सुनी बाते हैं उसके अनुसार 19वीं शताब्दी में इस गाँव का मुख्य शासक सलीम सिंह नाम का व्यक्ति था जो कि एक बदचलन और क्रूर इंसान था और गाँव की स्त्रियों पर अक्सर उसकी कामुक दृष्टी रहती थी।
एक दिन उस व्यभिचारी की गिद्ध दृष्टी वहाँ के मुखिया की पुत्री पर भी पड़ गयी। उसने गांव के लोगों को धमकाया कि अगर उसकी बात मान कर वो कन्या उसे नहीं सौंपी गयी तो वो भयंकर अत्याचार करेगा गाँव वालो पर।
अपनी बात मनवाने और गाँव के लोगों को भयाक्रान्त करने के लिए उसने अपने सिपाही भेजे। गाँव वालों ने उन सिपाहियों को अगले दिन सुबह आने के लिए कहा और उसी दिन रात में ही गाँव छोड़ दिया।
लेकिन उस कुलधरा गाँव को छोड़ने से पहले उन विलक्षण ब्राह्मणों ने पूरे कुलधरा गाँव को ही श्राप दे दिया कि उनके बाद इस गाँव में कोई भी नहीं बस पाएगा और उस शासक सलीम सिंह का नाश हो जाएगा।
उसके बाद ऐसा देखा गया है कि जिन लोगों ने भी इस गाँव को फिर से बसाने की कोशिश की, उनको बेहद डरावने अनुभव हुए। अब रात्रि में भी रौंगटे खड़े कर देने वाले अनुभव होते हैं वहां।
अगर आप भी ऐसी रहस्यमयी और डरावनी जगहों को देखना पसंद करते हैं तो एक बार घूमने अवश्य जाइए क्योंकि यह भारत की सबसे भूतिया जगहों में से एक है।